2025 से जेवर एयरपोर्ट टर्मिनल तक दौड़ेगीे मेट्रो
जेवर एयरपोर्ट मेट्रो 2025 तक ट्रैक पर दौड़ेगी। मेट्रो परियोजना पर 570
जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा : जेवर एयरपोर्ट मेट्रो 2025 तक ट्रैक पर दौड़ेगी। मेट्रो परियोजना पर 5708 करोड़ रुपये खर्च का अनुमान है। ग्रेटर नोएडा के परीचौक से जेवर एयरपोर्ट टर्मिनल तक मेट्रो के 25 स्टेशन होंगे। एयरपोर्ट टर्मिनल में मेट्रो भूमिगत होगी। दिल्ली मेट्रो रेल कारपोरेशन डीएमआरसी ने जेवर मेट्रो की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट यमुना प्राधिकरण को सौंप दी है। बोर्ड से मंजूरी के बाद मेट्रो परियोजना को रकम जुटाने की संभावनाएं तलाशने के लिए रिपोर्ट को उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कारपोरेशन को भेजा जाएगा।
जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट टर्मिनल के लिए मेट्रो परीचौक से जाएगी। परीचौक से टर्मिनल तक ट्रैक की लंबाई 35.64 किमी होगी। ग्रेटर नोएडा के नॉलेज पार्क दो से यमुना एक्सप्रेस वे के समानांतर ग्रीन बेल्ट पर मेट्रो का ट्रैक एलिवेटेड होगा। जेवर के नंगलाहुकुम ¨सह स्टेशन से मेट्रो भूमिगत हो जाएगी। एयरपोर्ट टर्मिनल स्टेशन भूमिगत होगा। मेट्रो के निर्माण पर 5708 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। इसमें 4951 करोड़ रुपये कैपिटल कॉस्ट है। निर्माण लगात में भूमि की कीमत को शामिल नहीं है। ग्रीन बेल्ट पर मेट्रो के निर्माण से जमीन के लिए अतिरिक्त धनराशि खर्च नहीं करनी पड़ेगी।
डीएमआरसी की ओर से सौंपी रिपोर्ट के अनुसार 2020 से मेट्रो का निर्माण कार्य शुरु करने पर 2025 तक इस पर परिचालन शुरू हो सकेगा। पहले दिन से मेट्रो को 82242 करोड़ यात्री मिलने का अनुमान लगाया गया है। हालांकि मेट्रो के परिचालन से होने वाली आमदनी मानक से काफी कम 4.32 फीसद होने का अनुमान लगाया है। यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में बसावट के बाद आमदनी में बढ़ोतरी होगी।
परीचौक से एयरपोर्ट टर्मिनल तक मेट्रो के 25 स्टेशन तय किए गए हैं। इसमें आठ स्टेशन ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण क्षेत्र में होंगे और शेष 17 स्टेशन यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में होंगे। दो स्टेशनों के बीच की दूरी एक किमी से लेकर 1.45 किमी होगी। एयरपोर्ट परिसर में करीब 2.7 किमी लंबा मेट्रो ट्रैक होगा। मेट्रो के प्रस्तावित स्टेशन
ग्रेटर नोएडा में नॉलेज पार्क दो, सेक्टर चाइ एक, चाइ दो, चाइ तीन व सेक्टर चाइ चार, गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय, नाइट सफारी, मुर्शदपुर, यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में सेक्टर 26 ए, नोएडा इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी, गलगोटिया यूनिवर्सिटी, सेक्टर 17 ए, स्पोर्ट्स सिटी, सेक्टर 22 ए, 22 बी, सेक्टर 18-एक, सेक्टर 22 सी, सेक्टर 19, सेक्टर 18-दो, सेक्टर बीस, सेक्टर 21, सेक्टर 28, सेक्टर 29, नंगला हुकुम ¨सह, जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट टर्मिनल स्टेशन तीसरी लाइन बनने से बढ़ जाएगी निर्माण लागत : जेवर एयरपोर्ट मेट्रो की डीपीआर दो लाइन को लेकर तैयार की गई है। प्राधिकरण क्षेत्र में शुरुआत में आबादी न होने की वजह से मेट्रो सीधे जेवर एयरपोर्ट तक जाएगी। लेकिन बसावट होने के बाद मेट्रो के लिए एक अतिरिक्त लाइन की जरूरत होगी। इसके निर्माण के लिए करीब 1200 करोड़ रुपये और खर्च करना होंगे। एयरपोर्ट व मेट्रो के संचालन में अंतर : जेवर एयरपोर्ट से हवाई सेवाओं का संचालन 2022-23 से शुरू होने का है। शुरुआत से यहां पचास लाख यात्रियों के हवाइ सेवा करने का अनुमान लगाया गया है। जबकि डीएमआरसी ने मेट्रो की जो रिपोर्ट सौंपी है, उसके अनुसार मेट्रो का संचालन 2025 में शुरु होगा। इस समय अंतराल में एयरपोर्ट तक यात्रियों को कनेक्टिविटी देना बड़ी चुनौती होगी। डीएमआरसी ने जेवर एयरपोर्ट मेट्रो की रिपोर्ट सौंप दी है। इस बोर्ड में रखा जाएगा। बोर्ड से मंजूरी के बाद रिपोर्ट उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कारपोरेशन को भेजी जाएगी।
डा. अरुणवीर ¨सह, सीईओ यमुना प्राधिकरण