प्रभु राम के चरणों की रज पड़ते ही जीवंत हो उठीं अहिल्या
जागरण संवाददाता नोएडा सेक्टर-62 में चल रही रामलीला में तीसरे दिन शनिवार को अहिल्या उ
जागरण संवाददाता, नोएडा :
सेक्टर-62 में चल रही रामलीला में तीसरे दिन शनिवार को अहिल्या उद्धार, नगर भ्रमण, पुष्प वाटिका, सीता स्वयंवर एवं लक्ष्मण परशुराम संवाद का मंचन हुआ। वहीं, सेक्टर-21ए नोएडा स्टेडियम में चल रही रामलीला में राम बरात, राजतिलक की घोषणा, मंथरा कैकई, दशरथ कैकेयी संवाद, राम वनवास का मंचन हुआ।
सेक्टर-62 की रामलीला में प्रथम ²श्य में प्रभु राममुनि विश्वामित्र के साथ जाते हैं। इसी बीच एक आश्रम दिखाई दिया। भगवान राम ने पत्थर की शिला देखकर इस बारे में विश्वामित्र से पूछा। विश्वामित्र ने भगवान राम को बताया कि यह गौतम मुनि की पत्नी हैं, जो श्राप वश पत्थर की देह धारण की हैं। इसके बाद श्रीराम के पवित्र चरणों की रज का स्पर्श पाते ही अहिल्या प्रकट हो जाती हैं और भगवान के चरणों में लिपट जाती हैं। अगले ²श्य में भगवान राम, सीता स्वयंवर में शिव धनुष तोड़ कर माता सीता के गले में वर माला डालते हैं। इस पर सभी लोग भगवान राम व माता सीता पर पुष्प वर्षा करते हैं। आतिशबाजी होती है। इसी तरह लक्ष्मण-परशुराम संवाद के साथ दिन के मंचन का समापन हुआ। इस मौके पर सच्चिदानंद राय, डा सूर्यकांत शर्मा, राधाकृष्ण गर्ग, राजकुमार गर्ग, प्रदीप अग्रवाल, उमानंदन कौशिक, सुनील जैन, अजीत चाहर, राधेश्याम गोयल एवं आशीष मौजूद रहे।
दर्शक हुए भावुक : नोएडा स्टेडियम की रामलीला में मां जानकी की जनकपुर से विदाई होती है। उसके पश्चात महाराज दशरथ अपने
मंत्रियों को श्रीराम के राज्याभिषेक का प्रस्ताव देते हैं और यह प्रस्ताव मंत्रियों द्वारा खुशी से स्वीकार कर लिया जाता है। यह बात मंथरा रानी कैकई को बताने चली जाती है। रानी यह बातें सुनकर प्रसन्न होती हैं। इस पर मंथरा रानी कैकई को कहती है कि महाराज दशरथ और रानी कौशल्या मिलकर षडयंत्र रच रहे हैं। इसके बाद भगवान राम वनवास जाते हैं। इस ²श्य को देख दर्शक भावुक हो जाते हैं। इस मौके पर डॉ टीएन गोविल, टीएन.चौरसिया, अल्पेश गर्ग, शर्मा, एनके अग्रवाल, एसएस राणा, विपिन बंसल, अनुज गुप्ता मौजूद रहे।