वायु और ध्वनि प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों के खिलाफ कार्रवाई की जाए: एडीजी ट्रैफिक

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By JagranEdited By: Publish:Mon, 25 Oct 2021 06:57 PM (IST) Updated:Mon, 25 Oct 2021 06:57 PM (IST)
वायु और ध्वनि प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों के खिलाफ कार्रवाई  की जाए: एडीजी ट्रैफिक
वायु और ध्वनि प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों के खिलाफ कार्रवाई की जाए: एडीजी ट्रैफिक

जागरण संवाददाता, नोएडा :

वायु और ध्वनि प्रदूषण फैला रहे वाहनों के खिलाफ अभियान चलाकर कार्रवाई की जाए, जिससे प्रदूषण से निजात मिले। वहीं एक्सप्रेस-वे पर होने वाले सड़क हादसे को रोकने के लिए तेज गति से वाहन चलाने वालों पर अंकुश लगाया जाए। यह बातें सोमवार को नोएडा पहुंचे एडीजी ट्रैफिक ज्योति नारायण ने सेक्टर-14 ए स्थित यातायात कार्यालय में ट्रैफिक पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक में कही।

उन्होंने बताया कि तेज गति से चलने वाले वाहनों के खिलाफ कार्रवाई के लिए शहर की 84 जगह पर कैमरे लगाए जाने हैं। ट्रैफिक व्यवस्था को सुधारने के लिए जिले को इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (आइटीएमएस) से जोड़ा जाएगा। अभी प्रदेश के 10 जिलों को इस योजना से जोड़ा गया है। योजना के तहत लगने वाले कैमरे से स्टाप लाइन पार करने और ओवर स्पीड पर चालान काटा जाएगा। सड़क पर स्टाप लाइन बनाई जाएगी। इस लाइन को पार करते आटोमेटिक ई-चालान कट जाएगा। सड़कों के विभिन्न हिस्सों पर स्पीड लिमिट लिखी जाएगी, उस लिमिट को पार करते ही चालान कट जाएगा। तेज स्पीड, बिना हेलमेट पहने, सीट बेल्ट लगाने वालों, अवैध पार्किग वालों की तस्वीरें प्रमुख चौराहों पर लगे सर्विलांस कैमरे लेते रहेंगे। यह कैमरे वाहन के नंबर प्लेट की फोटो लेंगे, जिसके आधार पर ट्रैफिक कंट्रोल रूम से इन लोगों को लगातार ई-चालान भेजा जाएगा।

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डग्गामार बसों के खिलाफ अभियान चलाने के निर्देश :

एडीजी ट्रैफिक ने यातायात पुलिस को परिवहन विभाग के साथ मिलकर दिल्ली से चलकर उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल के जिले और बिहार की ओर जाने वाली डग्गामार और बिना परमिट के बसों के खिलाफ संयुक्त अभियान चला कार्रवाई के निर्देश दिए। नोएडा-ग्रेटर नोएडा और यमुना एक्सप्रेस पर सड़क हादसे रोकने के लिए तेज गति वाले वाहनों के चालान के निर्देश दिए। एक्सप्रेस-वे पर सड़क किनारे खड़े होने वाहनों के खिलाफ कार्रवाई के साथ सुरक्षा की दृष्टि से रक्षक दल के साथ गश्त बढ़ाने को कहा। एक्सप्रेस-वे पर बस रोककर सवारी बैठाने पर प्रतिबंध लगाने को कहा। शहर में होने वाले सड़क हादसे को रोकने के लिए गलत दिशा, शराब पीकर, बिना हेलमेट व बिना सीट बेल्ट वाहन चलाने वालों पर सख्त कार्रवाई के लिए निर्देशित किया। उन्होंने ई-चालान और जिले के ब्लैक स्पाट की भी समीक्षा की। डीसीपी ट्रैफिक गणेश प्रसाद साहा ने अवगत कराया कि 33 ऐसे स्थान हैं, जहां सबसे अधिक दुर्घटनाएं होती हैं। इसपर एडीजी ने ब्लैक स्पाट को संबंधित विभागों के साथ मिलकर निरीक्षण कर इसे जल्द से जल्द खत्म करने को कहा। सड़क निर्माण में जुटे संस्थानों के अधिकारियों को रोड इंजीनियरिग में सुधार को कहा। बैठक में अपर पुलिस आयुक्त (मुख्यालय) पुष्पांजलि, एडिशनल डीसीपी ट्रैफिक श्रद्धा नरेंद्र पांडेय मौजूद रहीं।

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