वेबिनार में लगभग 530 खरीदार व विशेषज्ञों ने रखी बात
हस्तशिल्प निर्यात संवर्धन परिषद (ईपीसीएच) की तरफ से आयोजित वर्चुअल भारतीय हस्तशिल्प मेले का बृहस्पतिवार को चौथा दिन था। मेला विदेशी खरीदारों के लिए आकर्षण का केंद्र बनकर उभर रहा है।
जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा : हस्तशिल्प निर्यात संवर्धन परिषद (ईपीसीएच) की तरफ से आयोजित वर्चुअल भारतीय हस्तशिल्प मेले का बृहस्पतिवार को चौथा दिन था। मेला विदेशी खरीदारों के लिए आकर्षण का केंद्र बनकर उभर रहा है। बृहस्पतिवार को 'सोर्सिंग इंडिया- द अवेकेंड टाइगर' विषय पर वेबिनार का आयोजन हुआ। इसमें दुनियाभर के लगभग 530 खरीदार व विशेषज्ञों ने अपनी बात रखी।
वेबिनार में भारत सरकार, दूतावासों, चैंबर्स और खरीदार एसोसिएशन के सदस्य भी शामिल हुए। प्रतिभागियों को भारतीय निर्यातकों के साथ किए गए काम का अनुभव साझा करने का मौका दिया गया। साथ ही काम में आ रही दिक्कतों को साझा करने को भी कहा गया। बकौल ईपीसीएच महासचिव राकेश कुमार, मेले को विदेशी कंपनियां काफी पसंद कर रही हैं। खासकर अमेरिका और यूरोप के देशों के खरीदारों को उत्पाद की गुणवत्ता और डिजाइन भा रहे हैं। इस वर्ष निर्यातकों को अच्छे ऑर्डर मिलने का अनुमान है। विश्व का करीब हर देश वर्तमान और भविष्य दोनों में भारत को एक महत्वपूर्ण क्रय केंद्र के तौर पर देख रहा है। देश से होने वाला निर्यात लगातार बढ़ रहा है।
वेबिनार में अमेरिका और कनाडा स्थित दूतावासों के प्रतिनिधियों ने भी विचार साझा किए। उन्होंने वैश्विक बाजार, खासकर घरेलू उपयोग, लाइफस्टाइल, फैशन, फर्नीचर और टेक्सटाइल उत्पाद के क्षेत्र में भारत की हिस्सेदारी बढ़ाने के लिए होने वाली रणनीति पर चर्चा की। ब्राजील और अर्जेंटीना चैंबर्स के प्रतिनिधियों ने भी आयोजन में शिरकत की।