ब्लैक फंगस से इलाज के दौरान 59 वर्षीय व्यक्ति की मौत

जागरण संवाददाता नोएडा जिले में कोरोना के साथ ही ब्लैक फंगस इंफेक्शन का प्रकोप बढ़ने लगा है। रविवार को ब्लैक फंगस से एक व्यक्ति की मौत हो गई। जिले में अब ब्लैक फंगस से मरने वालों का आंकड़ा चार पर पहुंच गया है। मृतक का इलाज कैलाश अस्पताल में चल रहा था।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 17 May 2021 09:34 PM (IST) Updated:Mon, 17 May 2021 09:34 PM (IST)
ब्लैक फंगस से इलाज के दौरान 59 वर्षीय व्यक्ति की मौत
ब्लैक फंगस से इलाज के दौरान 59 वर्षीय व्यक्ति की मौत

जागरण संवाददाता, नोएडा : जिले में कोरोना के साथ ही ब्लैक फंगस इंफेक्शन का प्रकोप बढ़ने लगा है। रविवार को ब्लैक फंगस से एक व्यक्ति की मौत हो गई। जिले में अब ब्लैक फंगस से मरने वालों का आंकड़ा चार पर पहुंच गया है। मृतक का इलाज कैलाश अस्पताल में चल रहा था।

बरौला गांव निवासी विपिन शर्मा ने बताया कि पिता मांगेराम शर्मा (59) कोरोना से ठीक होने के बाद ब्लैक फंगस की चपेट में आ गए थे। उनकी दोनों आंखें बंद हो गई थी। इसके बाद 11 मई को इलाज के लिए कैलाश अस्पताल में भर्ती कराया था। रविवार दोपहर करीब एक बजे चिकित्सकों ने पिता को मृत घोषित कर दिया गया। मौत का कारण हार्ट अटैक बताया गया है। अस्पताल के वरिष्ठ प्रबंधक वीबी जोशी ने बताया कि ब्लैक फंगस से पीड़ित व्यक्ति की उपचार के दौरान मौत हुई है। वहीं यथार्थ अस्पताल में ईएनटी विशेषज्ञ डॉ.बी वागीश पाडियार ने बताया कि अस्पताल में अबतक ब्लैक फंगस के 11 मरीज मिले हैं। इनमें तीन की मौत हुई है। 11 का उपचार जारी है। कोरोना से ठीक हुए लोग जो मधुमेह से पीड़ित है, उन्हें सावधान रहने की जरूरत है। जिम्स समेत 11 अस्पतालों में ब्लैक फंगस का इलाज : जिला प्रशासन ने ब्लैक फंगस पर रोकथाम के लिए जिम्स समेत 11 अस्पतालों को इलाज के लिए चुना है। वर्तमान में कैलाश, यथार्थ, जेपी, फोर्टिस, मैक्स, अपोलो समेत अन्य निजी अस्पतालों में ही ब्लैक फंगस का इलाज की सुविधा है, लेकिन अब जिले के सरकारी अस्पताल में सुविधा को शुरू करने का प्रयास किया जा रहा है। जिलाधिकारी सुहास एलवाई ने कहा कि यह एक बैक्टीरियल इंफेक्शन है। प्रोटोकाल के तहत कोई भी अस्पताल इसका इलाज कर सकता है। सरकारी अस्पताल में इलाज की सुविधा शुरू हो सके, इसके लिए प्रयास जारी है।

chat bot
आपका साथी