बुजुर्गों के दम पर पटरी पर लौटा टीकाकरण
जागरण संवाददाता नोएडा जिले में बुजुर्गों के लिए कोरोना टीकाकरण सोमवार से शुरू हो गया है। पहले दिन बिना किसी सूचना केंद्रों पर रिकार्ड 9
जागरण संवाददाता, नोएडा : जिले में बुजुर्गों के लिए कोरोना टीकाकरण सोमवार से शुरू हो गया है। पहले दिन बिना किसी सूचना केंद्रों पर रिकार्ड 98 फीसद 60 वर्ष व इससे अधिक उम्र के बुजुर्गों के अलावा गंभीर रोगों से पीड़ित 45 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को कोरोना से बचाव को टीका लगा। टीकाकरण केंद्रों पर दिनभर लंबी कतार लगी रही। भीड़ अधिक होने से बुजुर्गों को अपनी बारी के लिए घंटों केंद्र पर इंतजार करना पड़ा, लेकिन उनके कदम नहीं डगमगाए। कुल लक्ष्य 325 के सापेक्ष 319 बुजुर्गों ने टीका लगवाकर खुद को कोरोना से सुरक्षित कर लिया। जिला अस्पताल में लक्ष्य से एक कदम पीछे रहने के कारण कोविशील्ड की एक डोज बर्बाद हो गई, जबकि जिम्स में पांच डोज बर्बाद हुई।
सोमवार को तीसरे चरण के तहत सेक्टर-30 स्थित जिला अस्पताल, सेक्टर-63 स्थित एसजेएम अस्पताल व ग्रेटर नोएडा स्थित जिम्स में कोरोना का टीका लगाने के लिए 300 बुजुर्गों का लक्ष्य तय था। वहीं जिम्स में भीड़ को देखते हुए लक्ष्य को 100 की बजाय 125 कर दिया गया। शेष दो केंद्रों पर 100 लोगों का ही लक्ष्य रहा। लिहाजा जिम्स में लक्ष्य 125 के सापेक्ष 120 बुजुर्गों ने कोरोना से बचाव के लिए टीका लगवाया। जिला अस्पताल में 100 बुजुर्गों के लक्ष्य के सापेक्ष 99 और एसजेएम अस्पताल में शत-प्रतिशत लक्ष्य पूरा हुआ। बताया गया कि सरकारी अस्पतालों में बुजुर्गों को कोविशील्ड, तो निजी अस्पताल में को-वैक्सीन का टीका लगा। राहत ये कि टीका लगने के बाद किसी भी केंद्र में किसी बुजुर्ग की तबीयत नहीं बिगड़ी।
कोविन पोर्टल ने बढ़ाई कर्मियों की परेशानी
पहले दिन टीकाकरण के लिए 'पहले आओ-पहले पाओ' की रणनीति अपनाई गई। बुजुर्गों के टीकाकरण से पूर्व कोविन पोर्टल पर डाटा अपलोड किया गया, लेकिन नेटवर्क की दिक्कत से पोर्टल न चलने के कारण शाम पांच बजे तक होने वाला टीकाकरण साढ़े छह बजे तक हुआ। हालांकि इसके बावजूद किसी भी बुजुर्ग को बिना टीका लगवाए नहीं जाने दिया गया।
वर्जन..
मंगलवार को तीसरे चरण में होने वाले टीकाकरण को लेकर शासन के साथ वीडियो कान्फ्रेंसिग होगी। इसमें टीकाकरण का दिन व रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया तय होगी। तीसरे चरण के तहत 4 लाख 24 हजार 555 लोगों का डाटा तैयार किया गया है।
-डॉॅ.दीपक ओहरी, मुख्य चिकित्साधिकारी