तुम दिशा बोध हो एक नया शोध हो
अंतर्राष्ट्रीय महिला काव्य मंच की गोष्ठी सुमन प्रभा के आवास पर हुई। महिला रचनाकारों ने करवा चौथ व अहोई पर अपनी रचनाएं प्रस्तुत कीं।
जेएनएन, मुजफ्फरनगर। अंतर्राष्ट्रीय महिला काव्य मंच की गोष्ठी सुमन प्रभा के आवास पर हुई। महिला रचनाकारों ने करवा चौथ व अहोई पर अपनी रचनाएं प्रस्तुत कीं।
मुख्य अतिथि मधुर नागवान एवं डा. रणवीर सिंह रहे। डा. सुशीला जोशी ने मां सरस्वती की वंदना की। गोष्ठी का संचालन सुमन युगल ने किया। मुख्य अतिथि मधुर नागवान ने कहा- 'तुम दिशा बोध हो एक नया शोध हो, तुम से पाया सदा हौसला जीत का।' विशिष्ट अतिथि डा. रणबीर सिंह की रचना- 'कालेज का वह खूबसूरत जमाना अक्सर याद आता है।' डा. सुशीला जोशीजी ने कहा- 'चांद सागर से कहता रहा रातभर, तुम उमड़ते रहो मैं तरसता रहूं। सुशीला शर्मा की रचना- 'मैं तुझे निहारूं चांद बन तेरी चकोरी, तू संग मेरे जन्म-जन्म से बंधी प्रीत की डोरी। इंदु राठी ने कहा- 'खोली जो अलमारी करवा चौथ पर, लड़ने लगी सब साड़ियां पहले मैं-पहले मैं। सविता वर्मा ग•ाल की रचना- 'चलो आज तुम मन की कश्ती को भेजो, इधर से मेरा मन भी भेजती हूं। सपना अग्रवाल ने कहा- 'आज अनेक रावण भये दुनिया में, जो करते नारी का अपमान है। प्रतिभा त्रिपाठी ने सभी का आभार जताया।
अलीगढ़ विवि के संस्थापक का जन्मोत्सव मनाया
जेएनएन, मुजफ्फरनगर। पुरकाजी में बाईपास स्थित एसएम डिग्री कालेज परिसर में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के संस्थापक सर सैयद अहमद खान का जन्मोत्सव मनाया गया। वक्ताओं ने खान के जीवन पर प्रकाश डाला। उनकी याद में पौधारोपण किया। मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश के पूर्व गृह राज्यमंत्री सईदु••ामां ने कहा कि सर सैयद एक ऐसे समाज सुधारक थे, जिन्होंने भारतीयों के लिए आधुनिक शिक्षा की शुरुआत की। कालेज प्रबंधक सलमान सईद ने कहा कि हमें सर सैयद के विचारों को समाज में रखना चाहिए। कालेज स्टाफ़ ने खान की याद में कालेज परिसर में पौधारोपण किया। इस दौरान कालेज स्टाफ में हिना रहमान, अनिल कुमार, आरिफ, जिया-उर-रहमान, सिराजुद्दीन कुरैशी, मोहतसिम, सिदरा व फारुख राठी आदि मौजूद रहे।