बदल रहा मौसम, चिता में डूबा अन्नदाता

मौसम का मिजाज बदल रहा है। तीन दिन पूर्व बारिश और भोपा क्षेत्र में ओले पड़े। मौसम विभाग ने फिर से अलर्ट जारी किया है। बारिश के साथ ओलावृष्टि हो सकती है। ऐसे में किसानों के माथे पर बल पड़ गए हैं। खासकर गेहूं की फसल को लेकर अन्नदाता परेशान है। बिगड़ते मौसम का सब्जी की फसलें पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 27 Feb 2020 12:32 AM (IST) Updated:Thu, 27 Feb 2020 06:05 AM (IST)
बदल रहा मौसम, चिता में डूबा अन्नदाता
बदल रहा मौसम, चिता में डूबा अन्नदाता

मुजफ्फरनगर, जेएनएन। तीन दिन पूर्व बारिश और भोपा क्षेत्र में ओले पड़े। मौसम विभाग ने फिर से बारिश और ओलावृष्टि होने का अलर्ट जारी किया है। ऐसे में किसानों को गेहूं, जौं और सब्जी की फसल में नुकसान की चिंता सता रही है।

मौसम करवटें बदल रहा है। तीन दिन पूर्व जनपद में रिमझिम बारिश हुई थी। कस्बा भोकरहेड़ी समेत भोपा थाना क्षेत्र के कई गांवों में ओलेरी भी पड़े थे। अब फिर से मौसम विभाग ने चेतावनी जारी की है। आगामी 29 फरवरी और पहली मार्च को बारिश के साथ ओलावृष्टि की आशंका जताई है। पहले से ही किसान गेहूं की फसल को चितित हैं। यदि बारिश, तेज हवा और ओलावृष्टि होती है तो किसान की मेहनत पर पानी फिर जाएगा। दरअसल, गेहूं की अगेती फसल में बाली आ गई है, जिससे पौधे के शीर्ष पर भार बढ़ गया है। ऐसे में बारिश के साथ हवा भी फसल को भारी क्षति पहुंचाएगी। वहीं ओलावृष्टि होने पर पूरी फसल ही नष्ट हो जाएगी। पछेती फसल को भी नुकसान होगा। गिर जाने से पौधे पर ठीक से बाली नहीं आएगी।

जिले में 87270 हेक्टेयर गेहूं

जनपद में इस बार किसानों ने 87270 हेक्टेयर भूमि पर गेहूं की बुवाई कर रखी है। वहीं 97 हेक्टेयर भूमि पर जौ की बुवाई की गई है। बुवाई के समय भी बारिश ने खलल डाला था, जिसके चलते पछेती बुवाई बड़ी संख्या में किसान नहीं कर पाए थे।

इनका कहना है

अभी तक मौसम गेहूं की फसल के अनुकूल रहा है। तीन दिन पूर्व बारिश से भी कोई नुकसान नहीं है, लेकिन यदि ओले पड़ते हैं तो फसल जरूर प्रभावित होगी। फसल क्षतिग्रस्त होने पर फसल बीमा योजना से लाभ दिया जाता है। विशेष परिस्थितियों में शासन की ओर से भी किसानों की आर्थिक मदद की जाती है।

- जसवीर सिंह तेवतिया, जिला कृषि अधिकारी

अन्नदाता चिंतित

मौसम की मार किसान सदियों से झेलता आया है। सरकार को इस बारे में ठोस कदम उठाने चाहिए। फसलों के नुकसान की पूर्ण भरपाई होनी चाहिए।

- धीर सिंह, बेहड़ा थ्रू

गेहूं की फसल तैयार हो रही है। दिन पूर्व ओले पड़े थे। अब फिर से ओले पड़े तो फसल के साथ किसान भी बर्बाद हो जाएगा।

-ब्रजवीर, भोकरहेड़ी

बारिश, हवा और ओले पड़ने से सब्जी की फसल को ज्यादा नुकसान होगा। आलू की खुदाई चल रही है। प्याज, लहसुन, गोभी की फसल को नुकसान होगा।

- नरेंद्र चौधरी, बेहड़ा सादात

कृषि विभाग किसानों को जागरूक रहने की बात कहता है, लेकिन संसाधन कुछ नहीं है। आपदा से बचाव के लिए विभाग को जिम्मेदारी निभानी चाहिए।

- रामपाल सिंह, भोकरहेड़ी

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