वोटरों ने चुन ली गांव की सरकार, दो मई को फैसला

अप्रैल माह का महीना किसान-मजदूर के लिए बेहद अहम माना जाता है। गेहूं की कटाई व थ्रेसिग से लेकर गन्ना कटाई व ढुलाई में ग्रामीण दिन-रात लगे रहते हैं।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 19 Apr 2021 11:42 PM (IST) Updated:Mon, 19 Apr 2021 11:42 PM (IST)
वोटरों ने चुन ली गांव की सरकार, दो मई को फैसला
वोटरों ने चुन ली गांव की सरकार, दो मई को फैसला

जेएनएन, मुजफ्फरनगर। अप्रैल माह का महीना किसान-मजदूर के लिए बेहद अहम माना जाता है। गेहूं की कटाई व थ्रेसिग से लेकर गन्ना कटाई व ढुलाई में ग्रामीण दिन-रात लगे रहते हैं। इन सब के बीच पंचायत चुनाव में उत्साहपूर्वक वोटिग कर ग्रामीणों ने अपनी सरकार चुन ली है। जिला पंचायत सदस्य, क्षेत्र पंचायत सदस्य, ग्राम पंचायत प्रधान व सदस्य पदों पर 12,918 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला मतपेटियां में बंद हो गया है। मतदानकर्मियों ने वोटिग के बाद मतपेटियों को ब्लाक कार्यालयों व नवीन मंडी में जमा कराया। दो मई को मतगणना होगी।

पंचायत चुनाव में इस बार राजनीतिक दलों ने सक्रिय भागीदारी निभाई। भाजपा, रालोद, सपा, बसपा और कांग्रेस ने अधिकतर सीटों पर प्रत्याशियों को समर्थन दिया। भाकियू ने सीधे तौर पर घोषणा नहीं की, लेकिन कृषि कानून का विरोध करते हुए सरकार की आलोचना करते रहे। कई भाकियू पदाधिकारियों ने चुनाव भी लड़ा।

शाम छह बजे के बाद भी कई बूथों पर मतदान होता रहा। दरअसल जो मतदाता छह बजे से पहले लाइन में लग गए, उनके वोट निर्धारित समय के बाद भी पीठासीन अधिकारी ने स्वीकार किया, जिसके चलते कई स्थानों से पोलिग पार्टियों ने मतपेटियों को देरी से जमा किया। जहां से पालिग पार्टी रवाना हुई थीं, वहीं पर मतदानकर्मियों ने मतपेटियों को जमा किया। सदर ब्लाक की मतपेटियां नवीन मंडी स्थल पर जमा हुई, जहां देर रात तक भीड़ लगी रही। यही हाल ब्लाक कार्यालयों पर भी रहा। मतपेटियां जमा करने के बाद देर रात्रि को मतदानकर्मी अपने घरों को पहुंचे। मतपेटियां जमा होने के साथ ही प्रत्याशियों की धड़कन भी बढ़ गई है। प्रत्याशी और समर्थक हार-जीत का हिसाब जोड़ने में जुट गए हैं।

अब दो मई को सुबह आठ बजे से कार्य की समाप्ति तक मतगणना होगी।

पूजन कर वोटिग को पहुंचे मतदाता

नवरात्र पर्व के चलते बड़ी संख्या में वोटरों ने पहले घरों में पूजन किया और इसके बाद मतदान केंद्रों पर पहुंचकर अपने मताधिकार का प्रयोग किया। इसी क्रम में रोजेदारों ने सुबह के समय वोटिग को अहमियत दी, ताकि धूप में परेशानी न हो। बड़ी संख्या में किसान और मजदूरों ने खेत-खलिहानों से लौटकर दोपहर बाद वोटिग की। अधिकतर गृहिणियों ने सुबह के समय मतदान किया।

सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में मतपेटियां

सभी मतपेटियों को कड़ी निगरानी में मतगणना स्थलों पर बने स्ट्रांग रूम में रखा गया है। ब्लाक कार्यालयों समेत नवीन मंडी स्थल पर बने स्ट्रांग रूम में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। साथ ही मतपेटियों की सुरक्षा में 24 घंटे पुलिस का पहरा रहेगा। संबंधित थानेदार आए दिन की रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को देंगे। प्रशासनिक अधिकारी भी दो मई तक मतपेटियों की निगरानी रखेंगे।

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