समझौता कराने पहुंचे रालोद नेता को थाने में बैठाने पर हंगामा
बिटावदा गांव में दो पक्षों में हुए झगड़े का फैसला कराने थाने पहुंचे रालोद नेता की पुलिस से झड़प हो गई। पुलिस ने रालोद नेता को थाने में बैठा लिया। पार्टी कार्यकर्ताओं के थाने में हंगामा करने पर रालोद नेता को छोड़ दिया गया।
मुजफ्फरनगर, जेएनएन। बिटावदा गांव में दो पक्षों में हुए झगड़े का फैसला कराने थाने पहुंचे रालोद नेता की पुलिस से झड़प हो गई। पुलिस ने रालोद नेता को थाने में बैठा लिया। पार्टी कार्यकर्ताओं के थाने में हंगामा करने पर रालोद नेता को छोड़ दिया गया।
बिटावदा गांव के आत्माराम व अशोक पक्ष के बीच रविवार को झगड़ा हो गया था। यूपी 112 पुलिस दोनों पक्ष के लोगों को रात में थाने ले गई थी। समझौता कराने पहुंचे गांव के रालोद नेता एवं पूर्व प्रधान सतपाल सहरावत की पुलिस से झड़प हो गई। आरोप है कि दोनों पक्षों के बीच समझौता हो जाने पर भी पुलिस उन्हें छोड़ने के लिए पैसे मांग रही थी। सतपाल के इसका विरोध करने पर पुलिस ने उन्हें भी थाने में बैठा लिया। रालोद नेता को पूरी रात पुलिस के हिरासत में लिए जाने की खबर मिलते ही रालोद कार्यकर्ता आगबबूला हो गए। जिलाध्यक्ष अजित राठी, पूर्व मंत्री योगराज सिंह एवं राजपाल बालियान समर्थकों के साथ सोमवार सुबह कोतवाली पहुंच गए। कार्यकर्ताओं ने पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इंस्पेक्टर एमएस गिल ने रालोद नेताओं से वार्ता कर हिरासत में लिए गए सभी लोगों को छोड़कर मामला शांत कराया। इस दौरान सपा जिला उपाध्यक्ष अजित चौधरी, रालोद नेता सुरेंद्र सहरावत, बाली त्यागी, पप्पन राठी व अशोक पांचाल आदि मौजूद रहे। इंस्पेक्टर ने बताया कि आपसी गलतफहमी के कारण झड़प हुई थी। मामला सुलझा लिया गया है।