पंचायतों का खजाना खाली करने पर केंद्रीय मंत्री ने कार्रवाई को लिखा पत्र

पंचायत चुनाव के दौरान ग्राम पंचायतों का खजाना खाली करने पर प्रशासकों के खिलाफ जांच बैठ गई है। केंद्रीय राज्यमंत्री डा. संजीव बालियान ने सरकारी रकम के दुरुपयोग पर नाराजगी जताते हुए डीएम को पत्र लिखा है। उन्होंने जिलास्तर पर समिति बनाकर पूरे प्रकरण की जांच करने के निर्देश दिए हैं। कहा कि भाजपा राज में भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं होगा। दोषी प्रशासकों पर सख्त कार्रवाई कराई जाएगी।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 29 Jul 2021 12:10 AM (IST) Updated:Thu, 29 Jul 2021 12:10 AM (IST)
पंचायतों का खजाना खाली करने पर केंद्रीय मंत्री ने कार्रवाई को लिखा पत्र
पंचायतों का खजाना खाली करने पर केंद्रीय मंत्री ने कार्रवाई को लिखा पत्र

जेएनएन, मुजफ्फरनगर। पंचायत चुनाव के दौरान ग्राम पंचायतों का खजाना खाली करने पर प्रशासकों के खिलाफ जांच बैठ गई है। केंद्रीय राज्यमंत्री डा. संजीव बालियान ने सरकारी रकम के दुरुपयोग पर नाराजगी जताते हुए डीएम को पत्र लिखा है। उन्होंने जिलास्तर पर समिति बनाकर पूरे प्रकरण की जांच करने के निर्देश दिए हैं। कहा कि भाजपा राज में भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं होगा। दोषी प्रशासकों पर सख्त कार्रवाई कराई जाएगी।

'दैनिक जागरण' ने 27 जुलाई के अंक में 'प्रशासकों ने ठिकाने लगाए 18.25 करोड़' शीर्षक से खबर प्रकाशित की थी। ग्राम विकास अधिकारियों समेत विभागीय अधिकारियों में खलबली मच गई थी। वहीं पूर्व प्रधानों ने प्रशासकों पर आरोपों की छड़ी लगा दी। अधिकारियों को बगैर विकास कार्य कराए करोड़ों रुपये ग्राम पंचायतों के बैंक खातों से आहरित करने के सुबूत भी दिए हैं। इस मामले में केंद्रीय राज्यमंत्री डा. संजीव बालियान ने डीएम को पत्र लिखा है। उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानों के अधिकार सीज होने और नए प्रधानों के शपथ लेने से पहले प्रशासकों ने करोड़ों रुपये आहरित किए हैं। ऐसी क्या वजह रही कि इस समय अवधि में सरकारी धनराशि को इतने बड़े पैमाने पर निकाला गया। इससे प्रशासकों की मंशा पर सवाल उठने लाजमी है। सरकारी धन का दुरुपयोग किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं होगा। इस मामले की निष्पक्ष जांच कराई जाए। इसके लिए ब्लाक या तहसील स्तर पर जांच न कराकर तत्काल जिलास्तरीय अधिकारी की अध्यक्षता में एक समिति बनाकर जांच कराई जाए। दोषियों के खिलाफ कठोर दंडात्मक कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। कार्रवाई से यथाशीघ्र अवगत भी कराया जाए। केंद्रीय राज्यमंत्री ने डीएम के साथ ही सीडीओ आलोक यादव को भी प्रतिलिपि भेजी है।

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शिकायत करने वाले प्रधानों पर हुए मुकदमे

प्रशासकों की मनमानी की शिकायत जिले के कई पूर्व प्रधानों ने की थी। सर्वाधिक 93,23,590 रुपये ग्राम पंचायत जौला के प्रशासक फैसल ने निकाले थे। जब पूर्व प्रधान हाजी जमशेद ने बीडीओ समेत उच्चाधिकारियों से शिकायत की तो उल्टे प्रधान पर ही सरकारी कार्य में बाधा डालने का मुकदमा दर्ज करा दिया था। इसी क्रम में भनवाड़ा के प्रधानपति उस्मान के खिलाफ भी शिकायत करने पर मुकदमा दर्ज हुआ था। वहीं ग्राम पंचायत सरवट के सचिव सोमदत्त पंवार की भी शिकायत की गई थी, जिसमें आरोप था कि उनका एडीओ पंचायत पर प्रमोशन हो गया था, लेकिन नियमविरुद्ध प्रशासक बनकर 63 लाख से अधिक धनराशि निकाली गई।

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