दो और चीनी मिलों का पेराई सत्र समाप्त

गन्ना समस्या से जूझ रही दो और चीनी मिलों ने सोमवार को पेराई सत्र समाप्त कर दिया। तीन मिलें पहले ही पेराई बंद कर चुकी हैं तथा दो मिलें मंगलवार को बंद हो सकती हैं। मंसूरपुर मिल के चार-पांच दिन में बंद होने की संभावना है. जनपद में आठ शुगर मिलें हैं। इनमें से टिकौला खाईखेड़ी तथा भैसाना

By JagranEdited By: Publish:Mon, 20 May 2019 10:42 PM (IST) Updated:Tue, 21 May 2019 06:26 AM (IST)
दो और चीनी मिलों का पेराई सत्र समाप्त
दो और चीनी मिलों का पेराई सत्र समाप्त

मुजफ्फरनगर: गन्ना समस्या से जूझ रही दो और चीनी मिलों ने सोमवार को पेराई सत्र समाप्त कर दिया। तीन मिलें पहले ही पेराई बंद कर चुकी हैं और दो मिलें मंगलवार को बंद हो सकती हैं। मंसूरपुर मिल के चार-पांच दिन में बंद होने की संभावना है।

जनपद में आठ शुगर मिलें हैं। इनमें से टिकौला, खाइखेड़ी तथा भैसाना मिले पहले ही अपना पेराई सत्र समाप्त कर चुकी हैं। तितावी तथा सहकारी क्षेत्र की मिल मोरना ने सोमवार को पेराई सत्र का समापन पर दिया। खतौली व रोहाना मिल में भी नो केन की स्थिति चल रही है। इन मिलों को बीच-बीच में बंद कर तथा गन्ना सट्टा कर चलाया जा रहा है। यदि इन मिलों को गन्ना नहीं मिला तो सोमवार की रात या मंगलवार को यह दोनों मिलें भी बंद हो सकती हैं। मंसूरपुर मिल को अभी गन्ना मिल रहा है। यदि यही स्थिति रही तो यह मिल चार-पांच दिन और चल सकती है। खतौली मिल ने पेराई सत्र 2018-19 में 2.11 करोड़ कुन्तल गन्ना पेराई कर 24.40 लाख कुन्तल चीनी का उत्पादन किया है। मिल के उपाध्यक्ष डॉ. अशोक कुमार का कहना है कि खतौली मिल ने गन्ना पेराई में प्रदेश में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। चीनी का परता 11.70 प्रतिशत रहा। मिल ने 10 अप्रैल तक का गन्ना भुगतान कर दिया है। तितावी मिल ने 148.59 लाख कुन्तल, मंसूरपुर मिल ने 133.04 लाख कुन्तल, टिकौला ने 136.21 लाख कुन्तल, खाईखेड़ी ने 61.18 लाख कुन्तल, रोहाना ने 26.68 लाख कुन्तल, मोरना ने 47.53 लाख कुन्तल गन्ना पेराई की है। जिला गन्ना अधिकारी आरडी द्विवेदी ने बताया कि खतौली व रोहाना मिल को गन्ना नहीं मिल पा रहा है यह दोनों मिलें मंगलवार को बंद हो सकती हैं। डीसीओ ने किसानों से आह्वान किया कि वह अपना पेराई योग्य गन्ना मिलों शीघ्र आपूर्ति कर दें। भैसाना चीनी मिल पर धरना एक जून को

मुजफ्फरनगर : आंदोलन जन कल्याण के संयोजक प्रमोद कुमार ने भैसाना चीनी मिल के भुगतान की स्थिति को लेकर नाराजगी जताई। वह इस संबंध में सोमवार को डीसीओ आरडी द्विवेदी से मिले। उन्होंने भुगतान नहीं करने पर मिल पर एक जून को धरना-प्रदर्शन की चेतावनी दी। भैसाना चीनी मिल भुगतान में सबसे पिछड़ी हुई है। इस मिल ने अभी जनवरी का भी भुगतान नहीं किया है।

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