रामपुरी पीएचसी पर दो पुरुषों ने कराई नसबंदी
पुरुष नसबंदी के प्रति लोगों में जागरूकता आ रही है। इसी के चलते जिले में 15 दिन में 18 पुरुषों ने नसबंदी कराई है। बुधवार को रामपुरी पीएचसी पर दो पुरुषों ने नसबंदी कराई है।
मुजफ्फरनगर, टीम जागरण। पुरुष नसबंदी के प्रति लोगों में जागरूकता आ रही है। इसी के चलते जिले में 15 दिन में 18 पुरुषों ने नसबंदी कराई है। बुधवार को रामपुरी पीएचसी पर दो पुरुषों ने नसबंदी कराई है।
जिले में पुरुष नसबंदी के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए अभियान चल रहा है। स्वास्थ्य विभाग की टीम अलग-अलग इलाकों में जाकर लोगों को परिवार नियोजन व पुरुष नसबंदी के प्रति जागरूक कर रही है। परिणामस्वरूप लोगों में धीरे-धीरे जागरूकता दिखाई दे रही है। बुधवार को भी रामपुरी में स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर दो पुरुषों ने नसबंदी कराई। दोनों को विभागीय योजना का लाभ दिया गया। सीएमओ डा. महावीर सिंह ने बताया कि समाज में भ्रांतियों के कारण पुरुष नसबंदी करवाने से हिचकिचाते हैं। नसबंदी से किसी प्रकार की शारीरिक कमी या कमजोरी नहीं आती है। पुरुषों के लिए परिवार नियोजन का स्थायी उपाय नसबंदी है। जिले में अब तक 18 पुरुषों की सफल नसबंदी कराई गई है। एएनएम पूनम चौधरी व आशा रंजना के सफल प्रयासों से बुधवार को भी नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र रामपुरी पर दो पुरुषों ने नसबंदी कराई। डा. सतीश कुमार ने बताया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मखयाली पर बुधवार को ईट-भट्ठे पर जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। प्रसार अधिकारी कुलदीप शर्मा व स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी योगेश कुमार त्यागी ने ग्रामीणों तथा ईट-भट्ठे पर काम करने वाले मजदूरों को पुरुष नसबंदी के बारे में जागरूक किया। बताया पुरुष नसबंदी बहुत ही आसान व सरल पद्धति है, जिसमें नसबंदी करने में मात्र पांच से 10 मिनट का समय लगता है। पुरुष को अस्पताल में भर्ती होने की भी आवश्यकता नहीं होती है। नसबंदी कराने के 20 मिनट बाद वह अपने घर जा सकता है। इस नसबंदी में किसी भी प्रकार की कोई कमजोरी नहीं आती। यह बिना चीरा एवं बिना टांकों की सरल व आसान पुरुष नसबंदी पद्धति है। पुरुष नसबंदी कराने पर शासन की ओर से तीन हजार रुपये की राशि प्रदान की जाती है।