संक्रमण से दो की मौत, 442 लोग मिले पाजिटिव
जिले में कोरोना संक्रमण की स्थिति घातक हो रही है। स्वस्थ होने वालों का आंकड़ा भले ही बढ़ रहा है लेकिन मौत का सिलसिला नहीं रुक रहा है। यह सबसे अधिक चिता का सबब बन गया है। गुरुवार को संक्रमण से जूझने के बाद दो लोगों की मौत हो गई। मृतकों में एक गांव की नवनिर्वाचित महिला प्रधान भी शामिल है। मेरठ एलएलआरएम भेजे गए सैंपलों में से 442 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई है।
जेएनएन, मुजफ्फरनगर। जिले में कोरोना संक्रमण की स्थिति घातक हो रही है। स्वस्थ होने वालों का आंकड़ा भले ही बढ़ रहा है, लेकिन मौत का सिलसिला नहीं रुक रहा है। यह सबसे अधिक चिता का सबब बन गया है। गुरुवार को संक्रमण से जूझने के बाद दो लोगों की मौत हो गई। मृतकों में एक गांव की नवनिर्वाचित महिला प्रधान भी शामिल है। मेरठ एलएलआरएम भेजे गए सैंपलों में से 442 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई है। उपचार के बाद 855 लोग स्वस्थ होकर घर भेजे गए हैं, लेकिन 5601 मरीज अभी चिकित्सकीय निगरानी में उपचाराधीन हैं।
संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए पुलिस-प्रशासन के साथ स्वास्थ्य विभाग सख्ती और सतर्कता बरत रहा है। संक्रमण के कारण हालात चिताजनक बने हुए हैं। पाजिटिव केस आएं और उपचार के बाद स्वस्थ होते रहें, यह सुकून देगा। मगर, जिले में लगातार संक्रमण से ग्रस्त लोगों की मौत दुख पहुंचा रही है। गुरुवार को संक्रमण दो लोगों की जिदगी निगल गया, जिनमें एक बरला की नवनिर्वाचित प्रधान शामिल है। इसके अलावा पाजिटिव के आंकड़े भी चौंका रहे हैं। गुरुवार को फिर से दहाई का आंकड़ा पार रहा है। जिले में कोरोना वायरस की 442 लोगों में पुष्टि हुई है, जिन्हें प्रशासन ने अस्पताल में भर्ती कराने के अलावा होम आइसोलेट किया है। विभिन्न कोविड सेंटर, अस्पताल में उपचार करा रहे 855 लोग स्वस्थ होकर घर लौट गए हैं। वहीं, जिले में 5601 मरीज अभी चिकित्सकों की निगरानी में उपचार करा रहे हैं। अब तक जिले में 215 लोगों की कोरोना से जान जा चुकी है। सीएमओ डा. एमएस फौजदार ने बताया कि संक्रमण की रफ्तार को रोकने के लिए लाकडाउन का पालन करने के साथ सावधानियां भी बरतना जरूरी हैं। मास्क और दो गज की दूरी का विशेष रूप से पालन किया जाए।