खूनी संघर्ष में दो सगे भाइयों सहित तीन को 10-10 साल कैद
मुजफ्फरनगर : वॉलीबाल खेलने को लेकर आठ वर्ष पूर्व दो पक्षों के बीच हुए खूनी संघर्ष के मामले म
मुजफ्फरनगर : वॉलीबाल खेलने को लेकर आठ वर्ष पूर्व दो पक्षों के बीच हुए खूनी संघर्ष के मामले में जानलेवा हमले में दोषी ठहराए गए तीन अभियुक्तों को न्यायालय ने 10-10 साल कैद की सजा सुनाई है। न्यायालय ने दोषियों पर पांच-पांच हजार का अर्थदंड भी लगाया है। मामले में कोर्ट में नौ गवाह पेश किए गए थे। नामजद एक आरोपित की पहले ही मौत हो चुकी है।
शाहपुर थाना क्षेत्र के हरसौली गांव में आठ वर्ष पूर्व वॉलीबाल खेलने को लेकर गांव के ही नसीम व खलील का झगड़ा दूसरे पक्ष के लोगों से हो गया था। इस दौरान दोनों पक्षों में आमने-सामने की फाय¨रग हुई थी, जिसमें सरफराज आदि के चोट आई थी। इस मामले में शौकत अली ने शाहपुर थाने में 25 अक्टूबर, 2010 को मुकदमा दर्ज कराते हुए खलील, नसीम व रेयान पुत्रगण शमसुद्दीन तथा शाकिर उर्फ साकिल पुत्र रेयान के विरुद्ध हत्या के प्रयास तथा जान से मारने की धमकी देने के आरोप में मुकदमा दर्ज कराया था। मुकदमे की सुनवाई एडीजे-11 राजेश भारद्वाज के न्यायालय में हुई। सहायक जिला शासकीय अधिवक्ता विजयपाल वर्मा ने बताया कि मामले में अभियोजन पक्ष की ओर से न्यायालय में नौ गवाह पेश किए गए। मुकदमे की सुनवाई करते हुए एडीजे-11 राजेश भारद्वाज ने सोमवार को खलील व रेयान पुत्रगण शमशुद्दीन तथा शाकिर उर्फ साकिल पुत्र रेयान निवासीगण हरसौली को 10-10 वर्ष की कैद सुनाई, जबकि नामजद किए गए चार में से एक आरोपित नसीम पुत्र शमशुद्दीन की आमने-सामने के संघर्ष में गंभीर घायल होने के बाद पहले ही मौत हो चुकी।
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हत्या के सात दोषियों को सजा आज
हरसौली में 25 अक्टूबर, 2010 में हुए खूनी संघर्ष में नसीम पुत्र शमसुद्दीन की हत्या हो गई थी, जबकि कई लोग घायल हुए थे। इस मामले में मो. इरफान पुत्र शमशुद्दीन निवासी हरसौली ने मुकदमा दर्ज कराते हुए सादिक व शाहिद पुत्रगण इकबाल, अरशद पुत्र फरजुला, राशिद पुत्र इसहाक, सरफराज पुत्र शौकत, फारुख पुत्र इस्लाम तथा मुमताज पुत्र इस्माईल को हत्या, हत्या का प्रयास सहित विभिन्न धाराओं में नामजद किया गया था। इस मामले में भी न्यायालय सुनवाई पूरी कर सातों अभियुक्तों को हत्या व हत्या का प्रयास आदि आरोपों में दोषी ठहरा चुका है। सभी दोषियों को सजा के प्रश्न पर न्यायालय में मंगलवार को बहस होगी। उसके उपरांत दोषियों को सजा सुनाई जाएगी। पुलिस ने भीड़ को किया तितर-बितर
हरसौली संघर्ष के मामले में दोनों पक्षों को सजा सुनाए जाने की खबर पर सोमवार को न्यायालय परिसर में काफी गहमा-गहमी रही। दोनों ही पक्षों के ओर से परिवार व रिश्तेदारों का कचहरी में जमावड़ा रहा। कई बार दोनों पक्षों के लोगों के आमने-सामने आने के चलते कचहरी में हंगामा होते-होते रह गया। पुलिस ने लोगों को कई बार दौड़ाया।