शहीद किसानों के अस्थि कलश को श्रद्धा सुमन अर्पित कर दी श्रद्धांजलि

लखीमपुर खीरी में शहीद किसानों के अस्थि कलश मंगलवार शाम को भाकियू कार्यालय पर पहुंचे। भाकियू कार्यकर्ताओं ने अस्थि कलश को श्रद्धासुमन अर्पित किए। बुधवार को अस्थि कलश शुकतीर्थ में विसर्जित किया जाएगा।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 19 Oct 2021 11:32 PM (IST) Updated:Tue, 19 Oct 2021 11:32 PM (IST)
शहीद किसानों के अस्थि कलश को श्रद्धा सुमन अर्पित कर दी श्रद्धांजलि
शहीद किसानों के अस्थि कलश को श्रद्धा सुमन अर्पित कर दी श्रद्धांजलि

जेएनएन, मुजफ्फरनगर। लखीमपुर खीरी में शहीद किसानों के अस्थि कलश मंगलवार शाम को भाकियू कार्यालय पर पहुंचे। भाकियू कार्यकर्ताओं ने अस्थि कलश को श्रद्धासुमन अर्पित किए। बुधवार को अस्थि कलश शुकतीर्थ में विसर्जित किया जाएगा।

लखीमपुर खीरी में शहीद हुए किसानों के अस्थि कलश भाकियू के निवर्तमान जिलाध्यक्ष धीरज लाटियान व अमित जड़ौदा गाजीपुर बार्डर से लेकर रवाना हुए। सबसे पहले अस्थि कलश मुजफ्फरनगर में बिटावदा गांव में पहुंचा। वहां अनुज बालियान व भाकियू के अन्य कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों ने पुष्प वर्षा कर लखीमपुर कांड के शहीद किसानों को श्रद्धांजलि दी। शाम को शहीद किसानों का अस्थि कलश महावीर चौक स्थित भाकियू कार्यालय पर रखा गया। यहां किसानों ने श्रद्धा सुमन अर्पित किए। बुधवार को सुबह 10 बजे अस्थि कलश को शुकतीर्थ में ले जाकर विसर्जित किया जाएगा। श्रद्धा सुमन अर्पित कर श्रद्धांजलि देने वालों में मांगेराम त्यागी, ठाकुर कुशलवीर सिंह, शाहिद आलम, अंकुर ठाकुर, लवी त्यागी, ऋषि पाल सिंह फौजी, नासिर, मतलूब, देवेंद्र त्यागी, आदेश त्यागी, अरुण शर्मा, सोनू त्यागी, शशि गुर्जर, राजा गुर्जर, मोनू प्रधान, प्रदीप ठाकुर, अमित, विवेक त्यागी, वसीम खान, अमित त्यागी आदि शामिल रहे।

केंद्रीय राज्यमंत्री के आवास पर धरना 30 को

जेएनएन, मुजफ्फरनगर। मुजफ्फरनगर जिले को एनसीआर से बाहर करने को लेकर आंदोलन जनकल्याण 30 अक्टूबर को केंद्रीय राज्यमंत्री के आवास पर धरना देगा।

आंदोलन जनकल्याण के संयोजक प्रमोद कुमार ने बताया कि जिले को एनसीआर से बाहर करने को लेकर उनका संगठन 30 अक्टूबर को केंद्रीय राज्यमंत्री डा. संजीव बालियान के एटूजेड कालोनी स्थित आवास पर धरना दिया जाएगा। धरने को सफल बनाने के लिए बुधवार को सावटू गांव में पूर्व प्रधान अजब सिंह के आवास पर पंचायत होगी जिसमें विचार-विमर्श के बाद धरने की रणनीति तय की जाएगी। जिले को राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र से बाहर करने के लिए उनका संगठन आंदोलन चलाएगा।

chat bot
आपका साथी