दबोचे गए थे तीन बदमाश, बड़ी संख्या में मिले थे असलाह

बुलेटप्रूफ जैकेट की खरीद-फरोख्त करते हुए पुलिस के हत्थे चढ़े दोनों बदमाशों के तीन साथियों को पुलिस पूर्व में जेल भेज चुकी है। पुलिस ने तीनों बदमाशों से भारी मात्रा में असलाह बरामद किया था।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 28 Oct 2020 07:34 PM (IST) Updated:Wed, 28 Oct 2020 07:34 PM (IST)
दबोचे गए थे तीन बदमाश, बड़ी संख्या में मिले थे असलाह
दबोचे गए थे तीन बदमाश, बड़ी संख्या में मिले थे असलाह

मुजफ्फरनगर, जेएनएन। बुलेटप्रूफ जैकेट की खरीद-फरोख्त करते हुए पुलिस के हत्थे चढ़े दोनों बदमाशों के तीन साथियों को पुलिस पूर्व में जेल भेज चुकी है। पुलिस ने तीनों बदमाशों से भारी मात्रा में असलाह बरामद किया था।

जानसठ पुलिस के हत्थे चढ़े सुनील और मानसिंह का पूरा गिरोह काम कर रहा है। उक्त गिरोह बदमाशों को असलाह और बुलेटप्रूफ जैकेट मुहैया कराता है। कुछ दिन पूर्व जानसठ पुलिस ने इस गिरोह के रणजीत, मनीष ठाकुर और अमित ठाकुर को दबोचा था। पुलिस ने तीनों से पांच पिस्टल, भारी मात्रा में कारतूस और तमंचे बरामद किए थे। साथियों के जेल जाने के बाद सुनील और मानसिंह भूमिगत हो गए थे। हाल ही में पुलिस को सूचना मिली थी कि मेरठ का एक व्यक्ति क्षेत्र में बुलेटप्रूफ जैकेट सप्लाई कर रहा है। सुनील और मानसिंह बदमाशों को मोटी कीमत पर मुहैया करा रहे हैं।

पुलिस के रडार पर आए शातिर

पुलिस के हत्थे चढ़े मानसिंह और सुनील ने पूछताछ में कई राजफाश किए हैं। पूछताछ के आधार पर पुलिस के रडार पर कई बदमाश आ गए हैं। दोनों से मिले इनपुट के आधार पर पुलिस जांच आगे बढ़ा रही है। दोनों ने पूछताछ में यह भी बताया है कि उन्होंने किस-किस बदमाश को बुलेटप्रूफ जैकेट और असलाह मुहैया कराया है।

शातिरों के गुर्गों पर पुलिस की नजर

हाल ही में शातिर बदमाश सुशील मूंछ के जेल से बाहर आने पर पुलिस के कान खड़े हो गए हैं। पुलिस सुशील और अन्य बदमाशों के गुर्गों की सुरागरसी में लगी है। पुलिस सुशील मूंछ व अन्य बदमाशों की संपत्ति की जांच भी करा रही है। इसके अलावा शातिर बदमाशों की जमानत कराने वालों पर भी पुलिस की नजर है। पुलिस इनका काला-चिट्ठा तैयार करने में जुटी है।

इन्होंने कहा

पूरे मामले की गहन छानबीन की जा रही है। शातिर बदमाशों के गुर्गो और जमानतियों की कुंडली खंगाली जा रही है। बदमाशों को शरण देने वाले के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

-अभिषेक यादव, एसएसपी

chat bot
आपका साथी