फिर पैर पसारने लगी गर्मी, बढ़ने लगा पारा

एक सप्ताह से बारिश व बूंदाबांदी के बाद मौसम ने फिर करवट बदलनी शुरू कर दी है। गर्मी ने अपने पैर पसारने शुरू कर दिए हैं। पारे का ग्राफ बढ़ने लगा है। मौसम विभाग का अगले चार दिन तक मौसम शुष्क रहने का अनुमान है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 22 Jun 2021 11:53 PM (IST) Updated:Tue, 22 Jun 2021 11:53 PM (IST)
फिर पैर पसारने लगी गर्मी, बढ़ने लगा पारा
फिर पैर पसारने लगी गर्मी, बढ़ने लगा पारा

जेएनएन, मुजफ्फरनगर। एक सप्ताह से बारिश व बूंदाबांदी के बाद मौसम ने फिर करवट बदलनी शुरू कर दी है। गर्मी ने अपने पैर पसारने शुरू कर दिए हैं। पारे का ग्राफ बढ़ने लगा है। मौसम विभाग का अगले चार दिन तक मौसम शुष्क रहने का अनुमान है।

बारिश के बाद पारा बढ़ना शुरू हो गया है। मंगलवार को बादलों की आवाजाही के साथ पारे में उछाल आया। बढ़ती गर्मी से लोगों का घरों से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है। उमस भरी गर्मी से लोग परेशान रहे। भीषण गर्मी में पंखे, कूलर, एसी आदि चलने से विद्युत लोड बढ़ गया है। इसके चलते बार-बार विद्युत कट हो रहे हैं। बिजली के लोकल फाल्ट भी बढ़ने से विद्युत की अघोषित कटौती बढ़ गई है। बिजली की अघोषित कटौती से लोग परेशान हैं। मौसम विभाग के अनुसार मंगलवार को अधिकतम तापमान 37.2 डिग्री सेल्सियस तथा न्यूनतम 25.0 डिग्री सेल्सियस रहा। सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ के कृषि ग्रामीण मौसम सेवा से जुड़े डा. पीके सिंह ने बताया कि हवा की गति दिशा व अन्य कारणों से मानसून की गति कमजोर पड़ गई है। अगले चार दिन मौसम शुष्क रहने का अनुमान है। उन्होंने खेतों में खड़ी फसल में सिचाई कर उचित नमी बनाए रखने, रोग व कीटों के नियंत्रण के लिए उचित रसायन का छिड़काव करने की सलाह दी है। 27 जून को बारिश होने का अनुमान है।

तेंदुए के पंजों के निशान दिखने से दहशत

जेएनएन, मुजफ्फरनगर। पुरकाजी में मेघा के जंगल में तेंदुए के पैर के निशान दिखने से ग्रामीणों में दहशत व्याप्त है। किसान आदेश ने बताया कि जंगल में खेतों के बीच तेंदुए के पैरों के निशान दिख रहे है। अंदाजा है कि जंगल में तेंदुआ घूम रहा है। इस कारण डर के चलते ग्रामीण खेतों में जाने से डर रहे है। आदेश ने वन विभाग के अफसरों से मौके पर जाकर पंजों के निशानों की जांच कर तेंदुए को पकड़ने की गुहार लगाई है। बताया कि वह खुद भी दहशत के चलते खेत में नहीं जा पा रहा है।

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