एक माह बाद भी तोप के गोला लेने नहीं पहुंची टीम

पुरकाजी के जंगल में मिले तोप के गोले को करीब एक माह बाद भी पुरातत्व व सेना की टीमें ले जाना तो दूर देखने तक नहीं आई। कोतवाल का कहना है कि रिपोर्ट भेजने के बाद भी आज तक किसी ने संपर्क नहीं किया।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 02 Dec 2020 06:51 PM (IST) Updated:Wed, 02 Dec 2020 06:51 PM (IST)
एक माह बाद भी तोप के गोला लेने नहीं पहुंची टीम
एक माह बाद भी तोप के गोला लेने नहीं पहुंची टीम

जेएनएन, मुजफ्फरनगर। पुरकाजी के जंगल में मिले तोप के गोले को करीब एक माह बाद भी पुरातत्व व सेना की टीमें ले जाना तो दूर देखने तक नहीं आई। कोतवाल का कहना है कि रिपोर्ट भेजने के बाद भी आज तक किसी ने संपर्क नहीं किया।

हरिनगर और गोधना गांव की सीमा पर गत चार नवंबर को जंगल में खोदाई कर रहे मजदूरों को जमीन में दबा गोला दिखाई दिया था। हरिनगर के प्रधान नेपाल सिंह की सूचना पर प्रभारी निरीक्षक जीतेंद्र सिंह फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे थे। करीब तीन फुट लंबे तोप के गोले को पुलिस ने कब्जे में लेकर खादर के शेरपुर के जंगल में दबवा दिया था। करीब एक माह बीतने को है, लेकिन आज भी गोला वहीं दबा हुआ है। जिले के अफसरों के पुरातत्व विभाग व सेना को सूचना देने बाद भी किसी ने मौके पर पहुंचकर गोले को लेकर जानकारी नहीं ली। गोले को लेकर यह भी डर है कि तांबा या अन्य धातु के चक्कर में चोर उसे निकालने का प्रयास न करने लगें। चोट मारने से गोले में विस्फोट का खतरा बन जाता है। हरिनगर में करीब 32 साल पहले जंगल से मिले गोले को ग्रामीण गांव में ले आए थे, जिसे आग पर रखने के दौरान हुए विस्फोट से दो-तीन लोगों की मौत हो गई थी।

इन्होंने कहा..

खादर के शेरपुर में जंगल में करीब सात फुट नीचे जमीन में गोला दबवा रखा है। अफसरों को रिपोर्ट भेजी जा चुकी है। टीम आएगी तभी गोले का समाधान निकलेगा

-जीतेंद्र सिंह यादव, प्रभारी निरीक्षक, पुरकाजी

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