दिनभर बारिश से मुरझाए किसानों के चेहरे

पिछले 30 घंटे तक लगातार हुई रिमझिम बारिश किसानों के लिए आफत साबित हो रही। किसानों को फायदा कम नुकसान अधिक हुआ। देहात क्षेत्र में कच्चे रास्तों व सड़कों पर जलभराव व कीचड़ हो गया। कई लोगों के कच्चे मकान गिर गए। आलू सरसों शरदकालीन गन्ना बुआई प्रभावित हो गई। धान की फसल को सबसे अधिक नुकसान पहुंचा। इससे किसानों के चेहरे मुरझा गए।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 18 Oct 2021 09:20 PM (IST) Updated:Mon, 18 Oct 2021 09:20 PM (IST)
दिनभर बारिश से मुरझाए किसानों के चेहरे
दिनभर बारिश से मुरझाए किसानों के चेहरे

जेएनएन, मुजफ्फरनगर। पिछले 30 घंटे तक लगातार हुई रिमझिम बारिश किसानों के लिए आफत साबित हो रही। किसानों को फायदा कम नुकसान अधिक हुआ। देहात क्षेत्र में कच्चे रास्तों व सड़कों पर जलभराव व कीचड़ हो गया। कई लोगों के कच्चे मकान गिर गए। आलू, सरसों, शरदकालीन गन्ना बुआई प्रभावित हो गई। धान की फसल को सबसे अधिक नुकसान पहुंचा। इससे किसानों के चेहरे मुरझा गए। खतौली : क्षेत्र के बालाजीपुरम मोहल्ले में रविवार रात बारिश के बीच लोकेश पुत्र धर्मपाल के कच्चे मकान की छत गिर गई। हादसे में उसका परिवार बाल-बाल बचा। वहीं, रतनपुरी क्षेत्र के हुसैनाबाद गांव में विधवा महिला का मकान गिर गया, जबकि सिकंदरपुर कलां गांव में कच्चे मकान की कड़िया टूट कर गिर गई। इसके अलावा दो दिन से हो रही बारिश में कस्बे में जलभराव की स्थिति बन गई। जानसठ : दो दिनों से लगातार हो रही बारिश के चलते लोग घरों में कैद हो कर रह गए। स्कूल-कालेज व सरकारी दफ्तरों, बाजारों में सन्नाटा छाया रहा। ब्लाक परिसर के गेट के किनारे पर खड़े पेड़ का एक हिस्सा बारिश के चलते टूटकर बाइक सवार पर गिर गया, जिससे चोटिल हो गया। लगातार बारिश से कच्चे मकान वाले लोगों के मन में चिता सताने लगी है। कई बुजुर्गो का कहना है कि दशहरा के बाद इतनी बारिश बहुत सालों बाद देखी है। पुरकाजी : दो दिन से हो रही बारिश ने ग्रामीण क्षेत्र की बिजली सप्लाई प्रभावित कर दी है। गांवों में बिजली आपूर्ति ठप है। रविवार से सोमवार की शाम तक विद्युत आपूर्ति ठप थी। गांव रातभर अंधेरे में डूबे रहे। घरों में मोबाइल व इनवर्टर सभी ठप पड़ चुके हैं। बारिश से खेत, सड़क, गलियां, लिक रोड सभी जगहों पर पानी भर गया है। किसानों को चारे की समस्या का भी सामना करना पड़ रहा है। चरथावल : भारी बारिश से धान किसानों, कोल्हू संचालकों आर्थिक हानि उठानी पड़ रही है। गोभी, बैंगन, पालक व लौकी आदि सब्जियों के खराब होने के आसार बढ़ गए हैं। यह किसानों के लिए परेशानी का सबब बन गयी है। छपार : दो दिन की बारिश से ठंड बढ़ गई। बारिश से बाजारों में ग्राहक नजर नहीं आए। बारिश के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। छपार के अलावा रामपुर तिराहा, सिसौना, दतित्याना, रेई, बढेड़ी, बिजोपुरा, बरला, तेजलहेड़ा, बसेड़ा, भैसरहेड़ी, सिमर्थी व कासमपुर आदि गांवों में बारिश से जलभराव व कीचड़ हो गया।

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