त्योहारों में सब्जी-फलों पर चढ़ा महंगाई का रंग

बदलते मौसम के साथ बाजारों में त्योहारी सीजन में बाजारों में बिक रहे फल और सब्जियां रसोई में जाने से पहले लोगों की जेब अधिक ढीली करा रही हैं। थोक बाजार से लेकर फुटकर बाजारों में बिक रही फल और सब्जियों के रेट में केवल पांच से दस रुपया का ही अंदर हैं लेकिन आलू-प्याज के साथ फलों के दाम आसमान छू रहे हैं। बरसात के तुरंत बाद से ही फल और सब्जियों के रेट बढ़ने लगे थे। अक्टूबर में त्योहारी मौसम शुरू होने पर फलों और सब्जियां के दामों में तेजी से उछाल आया है। नवरात्र में व्रत रखने वाले लोगों को फलाहार लेना होता है। इस कारण बाजारों में फलों की डिमांड बढ़ने के कारण कोल्ड स्टोर से ही मंडियों में बढ़े रेट पर फलों की सप्लाई होने लगी जिस कारण शहर के कूकड़ा मंडी में लगने वाली सब्जी मंडी भगत सिंह रोड स्थित सब्जी मंडी आदि स्थानों पर फुटकर व्यापारी महंगे फल खरीदकर ही पांच से दस रुपये का मुनाफा लेकर खरीदारों को बेचने पड़ रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 21 Oct 2020 07:18 PM (IST) Updated:Wed, 21 Oct 2020 07:18 PM (IST)
त्योहारों में सब्जी-फलों पर चढ़ा महंगाई का रंग
त्योहारों में सब्जी-फलों पर चढ़ा महंगाई का रंग

मुजफ्फरनगर, जेएनएन। बदलते मौसम के साथ बाजारों में त्योहारी सीजन में बाजारों में बिक रहे फल और सब्जियां रसोई में जाने से पहले लोगों की जेब अधिक ढीली करा रही हैं। थोक बाजार से लेकर फुटकर बाजारों में बिक रही फल और सब्जियों के रेट में केवल पांच से दस रुपया का ही अंदर हैं, लेकिन आलू-प्याज के साथ फलों के दाम आसमान छू रहे हैं। बरसात के तुरंत बाद से ही फल और सब्जियों के रेट बढ़ने लगे थे। अक्टूबर में त्योहारी मौसम शुरू होने पर फलों और सब्जियां के दामों में तेजी से उछाल आया है। नवरात्र में व्रत रखने वाले लोगों को फलाहार लेना होता है। इस कारण बाजारों में फलों की डिमांड बढ़ने के कारण कोल्ड स्टोर से ही मंडियों में बढ़े रेट पर फलों की सप्लाई होने लगी, जिस कारण शहर के कूकड़ा मंडी में लगने वाली सब्जी मंडी, भगत सिंह रोड स्थित सब्जी मंडी आदि स्थानों पर फुटकर व्यापारी महंगे फल खरीदकर ही पांच से दस रुपये का मुनाफा लेकर खरीदारों को बेचने पड़ रहे हैं। फलों में सेब और केले के दाम अधिक बढ़े हैं। इसके साथ-साथ हरी सब्जियों पर भी इस समय महंगाई की मार है।

25 रुपये किलो तक प्याज महंगी, आलू भी तेज

सब्जी और फलों के कारोबारी मुकेश गुप्ता व सुनील ने बताया कि बरसात के बाद आलू और प्याज के रेट बढ़ने शुरू हुए थे। इस समय अधिकतर कोल्ड स्टोर से मंडियों में माल पहुंच रहा है। बाजार में डिमांड ज्यादा है और आवक कम है, जिस कारण रेट तेजी से बढ़े हैं। उन्होंने बताया कि पिछले महीने 36 रुपये किलो वाला आलू अब 40 रुपये किलो बाजार में बिक रहा है। वहीं 45 रुपये किलो वाली प्याज अब 70 रुपये किलो में बिक रही है। वहीं अन्य सब्जी और फल के दामों में भी 10 रुपये किलो तक का अंतर आया है।

सब्जी व फलों के फुटकर दाम

आलू चिप्सोना- 40 रुपये किलो

आलू डायमंड- 38 रुपये किलो

प्याज- 70 रुपये किलो

टमाटर- 40 रुपये किलो

बैंगन- 25 रुपये किलो

पीली गाजर- 40 रुपये किलो

शिमला मिर्च- 135 रुपये किलो

मूली- 20 रुपये किलो

सेब- 70-80 रुपये किलो

केला- 50-60 रुपये दर्जन

अमरूद- 45-50 रुपये किलो

पपीता- 20-25 रुपये किलो

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