मकान में चल रहा लिग परीक्षण का धंधा, भ्रमित हुई टीम

जेएनएन मुजफ्फरनगर। रामपुरी मोहल्ले में किसी मकान में जन्म पूर्व भ्रूण लिग परीक्षण की सूचना पर हरियाणा स्वास्थ्य विभाग की टीम ने स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ छापामारी की लेकिन कुछ हाथ नहीं लगा। इस दौरान दो संदिग्ध दबोचे जिन्हें हरियाणा पुलिस अपने साथ ले गई। भ्रूण लिग परीक्षण का कोई साक्ष्य न मिलने के कारण स्थानीय स्वास्थ्य विभाग पीसीपीएनडीटी एक्ट के तहत कोई भी कार्रवाई नहीं कर सका।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 17 Aug 2021 12:26 AM (IST) Updated:Tue, 17 Aug 2021 12:26 AM (IST)
मकान में चल रहा लिग परीक्षण का धंधा, भ्रमित हुई टीम
मकान में चल रहा लिग परीक्षण का धंधा, भ्रमित हुई टीम

जेएनएन, मुजफ्फरनगर। रामपुरी मोहल्ले में किसी मकान में जन्म पूर्व भ्रूण लिग परीक्षण की सूचना पर हरियाणा स्वास्थ्य विभाग की टीम ने स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ छापामारी की लेकिन कुछ हाथ नहीं लगा। इस दौरान दो संदिग्ध दबोचे, जिन्हें हरियाणा पुलिस अपने साथ ले गई। भ्रूण लिग परीक्षण का कोई साक्ष्य न मिलने के कारण स्थानीय स्वास्थ्य विभाग पीसीपीएनडीटी एक्ट के तहत कोई भी कार्रवाई नहीं कर सका।

जन्म पूर्व भ्रूण लिग परीक्षण के मामले पकड़ने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने डेक्वाय स्कीम चलाई हुई है। जिले में लिग परीक्षण का धंधा जोरों पर चल रहा है लेकिन स्थानीय प्रशासन तथा स्वास्थ्य विभाग आज तक इसे बेनकाब नहीं कर पाया।

काफी दिनों से शहर कोतवाली क्षेत्र के रामपुरी तथा आसपास के क्षेत्र में किसी मकान में लिग परीक्षण करने की जानकारी मिल रही है। हरियाणा के भिवानी से आई स्वास्थ्य विभाग की टीम ने रविवार को जिले में डेरा डाल दिया। शहर कोतवाली पुलिस भी साथ रही। टीम के एक सदस्य ने डेक्वाय योजना के तहत लिग परीक्षण भी कराया। डीएम से मुलाकात कर जब टीम सिटी मजिस्ट्रेट, शहर कोतवाली पुलिस व स्थानीय स्वास्थ्य विभाग अधिकारियों को साथ लेकर छापामारी के लिए निकली तो रास्ता भटक गई। काफी प्रयास के बावजूद अधिकारी मौके पर नहीं पहुंच सके। समय मिल जाने के चलते आरोपित फरार हो गए। पुलिस को केवल दो संदिग्ध हाथ लगे। बरामदगी के नाम पर मौके से केवल एक स्कूटी हाथ लगी, जिसे लेकर पुलिस तथा स्वास्थ्य विभाग की टीम भिवानी रवाना हो गई। इनका कहना है..

हरियाणा से आए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी कुछ भी बरामद नहीं करा सके, इसलिए लिग परीक्षण का मामला नहीं बन पाया। भिवानी पुलिस को दो संदिग्ध मिले, जिन्हें वह अपने साथ ले गई।

-अभिषेक सिंह, सिटी मजिस्ट्रेट

chat bot
आपका साथी