राशन कार्डो का लक्ष्य पूरा, हजारों पात्र खाद्यान्न से वंचित

मुजफ्फरनगर, जेएनएन। खाद्य आपूर्ति विभाग में पात्रों के राशन कार्डो का लक्ष्य पूरा होने से नए कार्ड ब

By JagranEdited By: Publish:Wed, 28 Oct 2020 07:52 PM (IST) Updated:Wed, 28 Oct 2020 07:52 PM (IST)
राशन कार्डो का लक्ष्य पूरा, हजारों पात्र खाद्यान्न से वंचित
राशन कार्डो का लक्ष्य पूरा, हजारों पात्र खाद्यान्न से वंचित

मुजफ्फरनगर, जेएनएन। खाद्य आपूर्ति विभाग में पात्रों के राशन कार्डो का लक्ष्य पूरा होने से नए कार्ड बनने की प्रक्रिया बंद चल रही है, लेकिन शहरी क्षेत्र में हजारों पात्र अभी भी कार्ड न बनने से सरकारी खाद्यान्न योजनाओं से वंचित चल रहे हैं। महीनों से विभाग में पात्रों के कार्ड नहीं बन पा रहे हैं, जो पात्रों को सरकारी खाद्यान्न योजनाएं से दूर रखे हुए हैं।

नगर क्षेत्र में लाकडाउन से पूर्व ही राशन कार्ड बनने का कार्य लक्ष्य पूरा होने के चलते बंद कर दिया गया था, लेकिन मार्च में लगे लाकडाउन के दौरान विभाग में अभियान के माध्यम से मजदूरों और कुछ पात्रों के कार्ड बनाए गए थे। इसके बाद शहरी क्षेत्र में राशन कार्ड बनने का 64 प्रतिशत लक्ष्य पूरा होने के चलते नए कार्ड बनाने का कार्य बंद कर दिया गया था। मई महीने से अब तक शहरी क्षेत्र में करीब तीन हजार से अधिक पात्रों ने विभाग की वेबसाइट पर कार्ड बनवाने को पंजीकरण किया है, लेकिन लक्ष्य पूरा होने के चलते उनके आवेदन लटके पड़े हैं। इस परेशानी से पात्र लोग कार्यालय के चक्कर भी लगा रहे हैं। हालाकि देहात क्षेत्रों में अभी पात्रों के कार्ड बनने की गुंजाइश है, जिसके चलते तहसीलों में पात्रों के राशन कार्ड बनने का कार्य प्रगति पर है।

सूची में अपात्रों से बढ़ी परेशानी

शहरी क्षेत्र में 64 प्रतिशत राशन कार्ड में अपात्र भी शामिल है, जिस कारण पात्र लोग सरकारी खाद्यान्न से वंचित है। सूत्रों की माने तो शहरी क्षेत्र में बड़े भवन और सम्पन्न परिवार के लोग भी कार्ड धारक है। पात्रों को लाभ देने के लिए अपात्रों की छटनी जरूरी है।

इन्होंने कहा

राशन कार्ड बनने का कार्य देहात क्षेत्र में चल रहा है। वहां कुछ प्रतिशत गुंजाइश है, लेकिन शहरी क्षेत्र में कार्ड बनाने का 64 प्रतिशत लक्ष्य पूरा हो गया है। समय-समय पर सीडिग भी कराई जा रही है, जो अपात्र है। उनके कार्ड काटे जा रहे हैं।

- बीके शुक्ला, डीएसओ, मुजफ्फरनगर

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