एंबुलेंस चालक और परिचालकों की रही हड़ताल, मरीज हलकान

मुजफ्फरनगर जेएनएन। एडवांस लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस का कांटेक्ट नई कंपनी को दिये जाने के बाद

By JagranEdited By: Publish:Tue, 27 Jul 2021 12:11 AM (IST) Updated:Tue, 27 Jul 2021 12:11 AM (IST)
एंबुलेंस चालक और परिचालकों की रही हड़ताल, मरीज हलकान
एंबुलेंस चालक और परिचालकों की रही हड़ताल, मरीज हलकान

मुजफ्फरनगर, जेएनएन। एडवांस लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस का कांटेक्ट नई कंपनी को दिये जाने के बाद उन पर तैनात कर्मचारियों को समायोजित न करने के विरोध में सभी सरकारी एंबुलेंस कर्मचारियों ने कार्य बहिष्कार कर हड़ताल की। सैकड़ो एंबुलेंस चालक व परिचालकों ने ट्रांसपोर्ट नगर में धरना प्रदर्शन करते हुए विभिन्न मांगों के लिए धरना दिया।

जनपद में मरीजों को अस्पताल तक पहुंचाने के लिए 60 सरकारी एंबुलेंस संचालित हैं। इनमें 102 की संख्या 24, 108 की 33 तथा एडवांस लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस की संख्या तीन है। जिन पर चालक परिचालकों सहित 240 से अधिक कर्मचारी तैनात हैं। सभी एंबुलेंस का संचालक जीवीके कंपनी के माध्यम से होता है। कुछ दिन पूर्व एएलएस एंबुलेंस का कांटेक्ट सरकार ने जीवीके कंपनी से लेकर नई कंपनी को दे दिया था। जिसके बाद जीवन दायिनी स्वास्थ्य विभाग एंबुलेंस कर्मचारी संघ ने मांग की थी कि एएलएस एंबुलेंस से हटे कर्मचारियों को ही समायोजित किया जाए। मांग न माने पर संघ ने हड़ताल की चेतावनी दी थी। पूर्व घोषणा के अनुसार रविवार रात 12 बजे से संघ ने कार्य बहिष्कार कर जनपद में हड़ताल कर दी। हड़ताल की घोषणा के बाद सभी कर्मचारियों ने ट्रांसपोर्ट नगर में एंबुलेंस खड़ी कर धरना दिया। संघ अध्यक्ष अमरेश ने बताया कि कंपनी बदलने पर एएलएस कर्मचारियों को समायोजित नहीं किया गया। कहा कि संघ की मांग है कि अनुभवी कर्मचारियों न बदला जाए। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान कोरोना संक्रमण के दौरान अग्रणी भूमिका निभाने वाले कोरोना वरियर्स एंबुलेंस कर्मचारियों को ठेकेदारी से मुक्ति दी जाए। कोरोना काल में शहीद हुए एंबुलेंस कर्मचारियों के स्वजन को 50 लाख की बीमा राशी दिलाई जाए। जब तक सभी एंबुलेंस कर्मचारियों को नेशनल हेल्ड मिशन के अधीन नहीं किया जाता तब तक मिनिमम वेज तथा चार घंटे का ओवर टाइम दिया जाए। इस मौके पर संघ महामंत्री गुरुदीप सिंह, उपाध्यक्ष अमित, मनोज कुमार आदि शामिल रहे। एंबुलेंस हड़ताल से पेरशान हुए मरीज

जनपद में एंबुलेंस हड़ताल के चलते मरीजों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। खालापार निवासी महताब ने बताया कि उनके भाई के सीने में दर्द की शिकायत हुई तो उन्होंने एंबुलेंस काल की, लेकिन इंतजार के बावजूद एंबुलेंस नहीं पहुंची। गांव बेहड़ा से अर्जुन ने बताया कि उसकी पत्नी के पेट में दर्द था। एंबुलेंस हड़ताल के चलते वह उसे टैक्सी से लेकर अस्पताल पहुंचा। आपातकालीन सेवा के लिए ब्लाक पर रही तैयार

संघ अध्यक्ष अमरेश ने बताया कि आपातकालीन सेवा के लिए जिला अस्पताल पर दो तथा प्रत्येक ब्लाक पर एक-एक एंबुलेंस तैयार रहीं।

chat bot
आपका साथी