मुक्ति की कुंजी है श्रीमद्भागवत : स्वामी ओमानंद

पौराणिक तीर्थनगरी शुकतीर्थ भागवत पीठ शुकदेव आश्रम में चल रही श्रीमद्भागवत कथा महोत्सव के समापन पर पीठाधीश्वर स्वामी ओमानंद महाराज ने व्यास पीठ पर विराजमान कथा व्यास डा. श्याम सुंदर पाराशर को पटका व माला पहनाकर सम्मानित किया। महाराजश्री ने कहा कि भारत की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक परंपराओं की रक्षा में कथावाचकों का बहुत बड़ा योगदान रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 18 Sep 2021 07:18 PM (IST) Updated:Sat, 18 Sep 2021 07:18 PM (IST)
मुक्ति की कुंजी है श्रीमद्भागवत : स्वामी ओमानंद
मुक्ति की कुंजी है श्रीमद्भागवत : स्वामी ओमानंद

जेएनएन, मुजफ्फरनगर। पौराणिक तीर्थनगरी शुकतीर्थ भागवत पीठ शुकदेव आश्रम में चल रही श्रीमद्भागवत कथा महोत्सव के समापन पर पीठाधीश्वर स्वामी ओमानंद महाराज ने व्यास पीठ पर विराजमान कथा व्यास डा. श्याम सुंदर पाराशर को पटका व माला पहनाकर सम्मानित किया। महाराजश्री ने कहा कि भारत की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक परंपराओं की रक्षा में कथावाचकों का बहुत बड़ा योगदान रहा है। कथावाचक आध्यात्मिक, सांस्कृतिक और पौराणिक ज्ञान से संपूर्ण मानव जाति के जीवन-यापन और कल्याण का मार्ग प्रशस्त करता है। भागवत कथा सत्संग मुक्ति की कुंजी है। तीर्थ पर किये गये धर्म-कर्म, दान व सेवा और सत्कर्म से कई गुना पुण्य फल प्राप्त होता है। इसके बाद सिघल परिवार की ओर से भागवत पीठ में बनाए जा रहे भवन का स्वामी ओमानंद महाराज व कथा व्यास डा. पाराशर, नवल महाराज और भागवत के मुख्य यजमान सुखचंद्र सिघल ने संयुक्त रूप से शिलान्यास व भूमि पूजन किया। कार्यक्रम में भरतपुर-राजस्थान के संतोष सिघल, प्रदीप, अनिल, दीपक गोयल, बासु, तुषार, मंजू, अंजू व सेजल आदि श्रद्धालु मौजूद रहे।

सत्संग भवन में श्रीराम कथा कल से

जेएनएन, मुजफ्फरनगर। शामली रोड स्थित सत्संग भवन में श्रीराम कथा का आयोजन हनुमत धाम शुक्रतीर्थ के महामंडलेश्वर श्रीश्री 1008 केशवानंद सरस्वतीजी महाराज की प्रेरणा से 20 से 28 सितंबर तक होगा। मानस मर्मज्ञ पं. श्याम शंकर मिश्र प्रतिदिन अपराह्न तीन से शाम छह बजे तक श्रद्धालुओं को श्रीराम कथा का अमृतपान कराएंगे। कथा मुकेश गर्ग की पुण्य स्मृति मे उनके सुपुत्र सम्राट गर्ग व विराट गर्ग करा रहे हैं। मान्यता है कि पितृ पक्ष में श्रीराम कथा श्रवण से पितरों को शांति मिलती है।

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