कोरोना से मौत पर अंतिम संस्कार को आगे आई सामाजिक संस्था

कोरोना संक्रमण से मरने वालों की संख्या बढ़ने और लोगों में संक्रमित मृतकों के अंतिम संस्कार से दूरी बनाने के बीच साक्षी वेलफेयर ट्रस्ट ने जिले में नई पहल शुरू की है। कोरोना से मरने वालों का अंतिम संस्कार करने के लिए यह श्मशान घाट पर होने वाली उनकी अंतिम प्रक्रिया को आगे रहेंगे। कोरोना काल में भयावह स्थिति देखने को मिल रही है। संक्रमित मरीज की मौत होने पर उनके अंतिम क्रिया में दिक्कत देखने को मिल रही है। यह परेशानी वहां अधिक है जहां पूरा परिवार ही कोरोना संक्रमित है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 22 Apr 2021 11:57 PM (IST) Updated:Thu, 22 Apr 2021 11:57 PM (IST)
कोरोना से मौत पर अंतिम संस्कार को आगे आई सामाजिक संस्था
कोरोना से मौत पर अंतिम संस्कार को आगे आई सामाजिक संस्था

जेएनएन, मुजफ्फरनगर। कोरोना संक्रमण से मरने वालों की संख्या बढ़ने और लोगों में संक्रमित मृतकों के अंतिम संस्कार से दूरी बनाने के बीच साक्षी वेलफेयर ट्रस्ट ने जिले में नई पहल शुरू की है। कोरोना से मरने वालों का अंतिम संस्कार करने के लिए यह श्मशान घाट पर होने वाली उनकी अंतिम प्रक्रिया को आगे रहेंगे।

कोरोना काल में भयावह स्थिति देखने को मिल रही है। संक्रमित मरीज की मौत होने पर उनके अंतिम क्रिया में दिक्कत देखने को मिल रही है। यह परेशानी वहां अधिक है, जहां पूरा परिवार ही कोरोना संक्रमित है। ऐसे में मृतक का अंतिम संस्कार पूरी क्रिया विधि से नहीं हो पा रहा है। इसके लिए साक्षी वेलफेयर ट्रस्ट आगे आया है। वेलफेयर के महासचिव राजू सैनी ने बताया कि कोरोना से यदि किसी की मृत्यु हो जाये और उसके परिवार में कोई कोरोना संक्रमित है तथा मृतक के रिश्तेदार या परिवार वाले सहयोग नहीं कर पा रहे हैं तो वह साक्षी वेलफेयर ट्रस्ट की शालू सैनी एवं उनकी टीम का से संपर्क कर सकते हैं, जो मृतक के स्वजन को सहयोग करेंगी। सहयोग के लिए उन्होंने हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं। मदद लेने के लिए जारी किए गए नंबर 827318976 व 7087914313 काल करें। शालू सैनी ने बताया कि पर मृतक का अंतिम संस्कार धर्म के विधि-विधान से होगा। गुरूवार को कराया अंतिम संस्कार

साक्षी वेलफेयर ट्रस्ट व स्वच्छ भारत मिशन टीम ने गुरुवार को 75 वर्षीय युवक का नदी घाट वाले श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार कराया। हिदू धर्म के हिसाब से दाह संस्कार कराया गया। शालू सैनी ने बताया कि वैसे तो बेटियां श्मशान नही जाती हैं, लेकिन इस महामारी में वह हिदू रीति-रिवाज से दाह संस्कार कराएंगी।

chat bot
आपका साथी