छेड़छाड़ के अरोपितों को मिले फांसी की सजा : टिकैत

भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत ने किसानों से अपील की कि अपने खेत के काम के अलावा किसी भी वाद-विवाद पर ध्यान न दें। लड़ाई-झगड़ों से बचें। कोर्ट-कचहरी व थाने में जाने से बचें। घर में बैठकर बुजुर्गो की मौजूदगी में समझौता करना सबसे अच्छा है। निकिता हत्याकांड की निदा करते हुए कहा कि छेड़छाड़ के आरोपितों को फांसी की सजा मिलनी चाहिए।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 31 Oct 2020 09:24 AM (IST) Updated:Sat, 31 Oct 2020 09:24 AM (IST)
छेड़छाड़ के अरोपितों को मिले फांसी की सजा : टिकैत
छेड़छाड़ के अरोपितों को मिले फांसी की सजा : टिकैत

मुजफ्फरनगर, जेएनएन। भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत ने किसानों से अपील की कि अपने खेत के काम के अलावा किसी भी वाद-विवाद पर ध्यान न दें। लड़ाई-झगड़ों से बचें। कोर्ट-कचहरी व थाने में जाने से बचें। घर में बैठकर बुजुर्गो की मौजूदगी में समझौता करना सबसे अच्छा है। निकिता हत्याकांड की निदा करते हुए कहा कि छेड़छाड़ के आरोपितों को फांसी की सजा मिलनी चाहिए।

भाकियू अध्यक्ष ने अपने आवास पर कहा कि अन्नदाता का उत्पीड़न हो रहा है। पिछले वर्ष के मुकाबले डीजल 12 रुपये प्रति लीटर महंगा है, जबकि गन्ने की फसल में एक रुपये नहीं बढ़ा। बिजली के रेट बढ़ा दिए गए। इस हिसाब से गन्ने का मूल्य 450 रुपये प्रति कुंतल होना चाहिए। किसानों को संगठित होना चाहिए, ताकि सरकार से अपने हक की लड़ाई लड़ी जा सके। सरकारों को किसान हित में ठोस कदम उठाने चाहिए। किसान आधे से ज्यादा समय आपसी लड़ाई-झगड़ा में लगा रहे हैं। यदि मनमुटाव हो जाता है तो मोहल्ले व गांव के बुजुर्गो में बैठकर इसे समाप्त कर लें। कोर्ट-कचहरी के चक्कर में न पड़े। उन्होंने बताया कि उनका भी अधिकतर समय लोगों के झगड़े सुलझाने में लग जाता है। यदि लोग अपने झगड़े अपने गांव में ही सुलझा लें तो समय व पैसे दोनों की बचत होगी। उन्होंने कहा कि छेड़छाड़ के आरोपितों को फांसी मिलनी चाहिए। बल्लभगढ़ में हुआ निकिता हत्याकांड निदनीय है। सरकार लड़कियों के लिए बहुत कुछ कर रही हैं, लेकिन और भी सख्त निर्णय लेने की जरूरत है। हत्याकांड के आरोपितों को फांसी की सजा मिलनी चाहिए। प्रदेश में महिलाओं पर अत्याचार की घटनाएं बढ़ी हैं, जिन पर अंकुश लगना चाहिए।

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गलत के साथ कदापि नहीं : टिकैत

भाकियू अध्यक्ष ने कहा कि सिसौली स्थित कालेज में कुछ लड़कों ने फोटोग्राफी की, जिस पर शिक्षकों ने विरोध किया था। आरोपित लड़कों को पुलिस को सौंप दिया था। युवाओं का भविष्य बर्बाद न हो, जिसके चलते गौरव टिकैत ने लड़कों को छुड़वाया था। इस बारे में कालेज में हुई पंचायत में साफ संदेश दिया था कि वह गलत का साथ नहीं देंगे। यदि उनके पुत्र गौरव ने गलती की है तो उसे भी पुलिस को सौंपने को तैयार हैं।

बुजुर्गो के बीच बैठे युवा

चौधरी टिकैत ने कहा कि युवा वर्ग को अपनी ग्रामीण अंचल की परंपराओं को नहीं भूलना चाहिए। जब भी समय मिले, बड़े-बुजुर्गो के पास बैठना चाहिए। इससे सामाजिक और संस्कारी ज्ञान मिलता है।

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