सविता वर्मा ने होम क्वारंटाइन होकर दी कोरोना को मात

भाजपा की पूर्व जिला उपाध्यक्ष सविता वर्मा ने घर में ही क्वारंटाइन रहकर कोरोना को मात दे दी। पाजिटिव आने के बाद सविता घबराई नहीं बल्कि उन्होंने चिकित्सकों की सलाह पर अमल करते हुए आवश्यक दवाइयां लीं। इसके साथ उन्होंने योगा किया एवं नियमित रूप से काढ़ा आदि का सेवन किया।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 05 May 2021 10:31 PM (IST) Updated:Thu, 06 May 2021 12:42 AM (IST)
सविता वर्मा ने होम क्वारंटाइन होकर दी कोरोना को मात
सविता वर्मा ने होम क्वारंटाइन होकर दी कोरोना को मात

जेएनएन, मुजफ्फरनगर। भाजपा की पूर्व जिला उपाध्यक्ष सविता वर्मा ने घर में ही क्वारंटाइन रहकर कोरोना को मात दे दी। पाजिटिव आने के बाद सविता घबराई नहीं, बल्कि उन्होंने चिकित्सकों की सलाह पर अमल करते हुए आवश्यक दवाइयां लीं। इसके साथ उन्होंने योगा किया एवं नियमित रूप से काढ़ा आदि का सेवन किया।

भाजपा नेत्री सविता वर्मा ने बताया कि 13 अप्रैल को वह अपनी बेटी के पास दिल्ली थीं। बताया कि इस दौरान उन्हें बुखार आया तथा कोरोना के अन्य लक्षण भी उनमें नजर आए। बताया कि बेटी के साथ ही उन्होंने लक्षणों के आधार पर उपचार शुरू किया। इस दौरान वह टैक्सी के माध्यम से मुजफ्फरनगर आ गई तथा स्वयं पैदल जाकर जिला अस्पताल में कोरोना का टेस्ट कराया। रैपिड एंटीजन टेस्ट में तो वह नेगेटिव आई, लेकिन उनकी आरटीपीसीआर रिपोर्ट पाजिटिव आई। इस दौरान उन्होंने कोविड-19 प्रोटोकोल का पालन करते हुए होम आइसोलेशन में रहकर उपचार को जारी रखा। बताया कि स्वास्थ्य विभाग की टीम ने उनके घर पर पहुंचकर पति अनिल वर्मा लेखपाल सहित बेटे तथा पुत्रवधू एवं चार वर्षीय पौत्र की भी जांच की। 30 अप्रैल को जिनकी रिपोर्ट नेगेटिव आई। इस दौरान सविता वर्मा ने अपने आपको को होम आइसोलेशन में रखते हुए नियमित रूप से योगाभ्यास किया एवं आवश्यक दवाइयां लेती रहीं। सविता बताती हैं कि पाजिटिव आने के बाद सबसे बड़ी दिक्कत होम आइसोलेशन में अकेलेपन की होती है। इस दौरान शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के साथ दृढ़ व प्रबल इच्छाशक्ति भी जरूरी है। उन्होंने कहा कि कोरोना से घबराने की आवश्यकता नहीं है। लापरवाही न करते हुए समय रहते उचित उपचार आवश्यक है।

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