राहत की उम्मीद, जिले को मिली 11 टन आक्सीजन

सरकारी मशीनरी आक्सीजन को लेकर एड़ी-चोटी के जोर लगा रही है। जिले में आक्सीजन का बैकअप बना रहे इसके लिए कसरत तेज की गई है। शहर में भीड़ कम करने के लिए ब्लाक स्तर पर आक्सीजन भंडार बनाने की तैयारी की गई है। अब शहर में तीन स्थानों से लोग आक्सीजन सिलेंडर ले सकते हैं। थोड़ी राहत यह है कि गुरुवार को जिले में 11 टन आक्सीजन पहुंची है जिसका अस्पतालों होम आइसोलेट रोगियों के लिए वितरण किया गया।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 13 May 2021 11:25 PM (IST) Updated:Thu, 13 May 2021 11:25 PM (IST)
राहत की उम्मीद, जिले को मिली 11 टन आक्सीजन
राहत की उम्मीद, जिले को मिली 11 टन आक्सीजन

जेएनएन, मुजफ्फरनगर। सरकारी मशीनरी आक्सीजन को लेकर एड़ी-चोटी के जोर लगा रही है। जिले में आक्सीजन का बैकअप बना रहे, इसके लिए कसरत तेज की गई है। शहर में भीड़ कम करने के लिए ब्लाक स्तर पर आक्सीजन भंडार बनाने की तैयारी की गई है। अब शहर में तीन स्थानों से लोग आक्सीजन सिलेंडर ले सकते हैं। थोड़ी राहत यह है कि गुरुवार को जिले में 11 टन आक्सीजन पहुंची है, जिसका अस्पतालों, होम आइसोलेट रोगियों के लिए वितरण किया गया।

स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन संयुक्त रूप से आक्सीजन की पर्याप्त मात्रा रखने के लिए रणनीति बना रहा है। लखनऊ में आला अधिकारियों से बैकअप तैयार करने के लिए अधिक मात्रा में आक्सीजन की डिमांड की गई है। अस्पतालों में भर्ती मरीजों का आक्सीजन स्तर सुधर रहा है, जिस कारण खपत कम हो रही है। गुरुवार को रुड़की के प्लांट से जिले को 11 टन आक्सीजन मिली है। इसको आइटीआइ, चौधरी चरण सिंह मार्केट से वितरण किया गया। इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग ने रुड़की रोड पर इंडियन गैस एजेंसी पर आक्सीजन वितरण एक और काउंटर खोला है। यहां से शहर के करीब पांच से छह वार्ड कवर किए जा सकते हैं। वहीं, आसपास के गांवों में भी आक्सीजन सिलेंडर भेजे जा सकते हैं। अभी तक दो स्थानों पर आक्सीजन सिलेंडर का वितरण होने से भीड़ रहती थी। ऐसे में प्रशासन की मंशा है कि भीड़ को काबू में किया जाए। आक्सीजन वितरण के नोडल अधिकारी रणविजय सिंह ने बताया कि गुरुवार को आक्सीजन की बेहतर स्थिति रही है। 11 टन आक्सीजन पहुंची, जिसका आसानी से रोगियों के लिए वितरण किया गया है। बैकअप बढ़ाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं।

मोरना शुगर मिल ने दिए आक्सीजन के 15 सिलेंडर

जेएनएन, मुजफ्फरनगर। मोरना स्थित दि गंगा किसान सहकारी चीनी मिल ने भी कोरोना संक्रमण की जंग में अपना योगदान देने के लिए हाथ बढ़ाए हैं। गुरुवार को एसडीएम जानसठ की मौजूदगी में प्रधान प्रबंधक ने आक्सीजन गैस के 15 सिलेंडर पीएचसी के प्रभारी चिकित्साधिकारी को सौंपे। वहीं, एसडीएम जानसठ ने कोरोना योद्धा के रूप में लगे चिकित्साधिकारियों व स्वास्थ्यकर्मियों का हौसला भी बढ़ाया।

प्रधान प्रबंधक कमल रस्तोगी ने बतायाकि गुरुवार को एसडीएम जानसठ जयेंद्र कुमार की प्रेरणा से उनकी मौजूदगी में शुगर मिल की ओर से आक्सीजन गैस के 15 सिलेंडर पीएचसी के प्रभारी चिकित्साधिकारी डा. अर्जुन सिंह को सौंपे गए हैं। सिलेंडर का प्रयोग प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर इमरजेंसी में भर्ती होने वाले मरीजों के लिए किया जाएगा। एसडीएम जानसठ जयेंद्र कुमार ने कहा कि कोरोना के बढ़ते संक्रमण से जंग करने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। शुकतीर्थ श्मशान घाट के अलावा गांव-गांव में भी कोरोना जांच के लिए सैंपल लिए जा रहे हैं। संक्रमित मिलने पर दवाई दी जा रही है। स्वास्थ्य विभाग के चिकित्साधिकारियों व स्वास्थ्यकर्मियों का साहस बढ़ाते हुए उन्होंने कहा कि ये लोग अपना घर-परिवार छोड़कर चौबीस घंटे कोरोना योद्धा के रूप में काम कर रहे हैं, जनता भी इनका हौसला बढ़ाए।

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