रश्मि ने लेमन थेरेपी से हरा दिया कोरोना
19 अप्रैल को चुनाव ड्यूटी से लौटने के बाद संक्रमित हुई प्राथमिक विद्यालय-सिखेड़ा की प्रधानाध्यापिका रश्मि मिश्रा ने लेमन थेरेपी का प्रयोग कर कोरोना को 15 दिन में मात दे दी। रश्मि ने होम आइसोलेट होकर न सिर्फ अपना उपचार किया बल्कि बेटे पर भी लेमन थेरेपी का प्रयोग कर उसे संक्रमण की जकड़ से बाहर निकाला।
जेएनएन, मुजफ्फरनगर। 19 अप्रैल को चुनाव ड्यूटी से लौटने के बाद संक्रमित हुई प्राथमिक विद्यालय-सिखेड़ा की प्रधानाध्यापिका रश्मि मिश्रा ने लेमन थेरेपी का प्रयोग कर कोरोना को 15 दिन में मात दे दी। रश्मि ने होम आइसोलेट होकर न सिर्फ अपना उपचार किया, बल्कि बेटे पर भी लेमन थेरेपी का प्रयोग कर उसे संक्रमण की जकड़ से बाहर निकाला।
पंचायत चुनाव के बाद जिले के बहुत से शिक्षक तथा ड्यूटी करने वाले कर्मचारियों के कोरोना संक्रमित होने की बात सामने आई। इनमें से एक सिखेड़ा प्राथमिक विद्यालय की प्रधानाध्यापिका रश्मि मिश्रा भी हैं। रश्मि मिश्रा बताती हैं कि 19 को चुनाव ड्यूटी करने के बाद उन्हें नजला तथा बुखार ने जकड़ लिया था। 22 अप्रैल को उन्होंने कोविड-19 टेस्ट कराया और उपचार शुरू किया। बताया कि वह पहले से ही कोरोना वायरस संक्रमण तथा इससे जुड़ी परेशानियों से वाकिफ थीं। इसलिए घबराई नहीं, बल्कि उपचार पर ध्यान केंद्रित किया। बताया कि होम आइसोलेट होकर चिकित्सक की सलाह पर उपचार शुरू हुआ। शुरुआती 8-9 दिन तक सबकुछ सामान्य रहा, लेकिन 10वें दिन से तेज बुखार, सांस में दिक्कत और दूसरी परेशानियों ने जकड़ लिया। बताया कि इस दौरान बहन से उनकी बात हुई तो उन्होंने उन्हें लेमन थेरेपी के बारे में बताया। रश्मि बताती हैं कि बहन से बात कर उन्होंने लेमन थेरेपी का प्रयोग किया। इस दौरान उन्हें फेसबुक पर भी जानकारी मिली कि एक व्यक्ति ने डाला कि उसकी बहन को भी कोविड-19 था, लेकिन जब लेमन थेरेपी का प्रयोग किया गया तो उसको कफ की उल्टी हुई और शरीर के आक्सीजन का स्तर भी 84 से 94 पर पहुंच गया। बताया कि इस दौरान संक्रमित बेटे का भी उपचार इन्हीं विधियों से किया तो वह उनसे पहले स्वस्थ हो गया। बताया कि छह अप्रैल को उनकी आरटीपीसीआर रिपोर्ट भी निगेटिव आ गई।