वाल्मीकि जयंती पर हनुमद्धाम में रामायण पाठ

तीर्थनगरी शुकतीर्थ स्थित हनुमद्धाम में महर्षि वाल्मीकि जयंती पर रामायण का पाठ किया गया। इसमें साधु-संतों के साथ ही प्रशासनिक अधिकारियों भाजपाइयों आरएसएस के पदाधिकारियों ने भी भाग लिया।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 31 Oct 2020 07:10 PM (IST) Updated:Sat, 31 Oct 2020 07:10 PM (IST)
वाल्मीकि जयंती पर हनुमद्धाम में रामायण पाठ
वाल्मीकि जयंती पर हनुमद्धाम में रामायण पाठ

मुजफ्फरनगर, जेएनएन। तीर्थनगरी शुकतीर्थ स्थित हनुमद्धाम में महर्षि वाल्मीकि जयंती पर रामायण का पाठ किया गया। इसमें साधु-संतों के साथ ही प्रशासनिक अधिकारियों, भाजपाइयों, आरएसएस के पदाधिकारियों ने भी भाग लिया।

हनुमद्धाम के श्रीराम मंदिर में महामंडलेश्वर स्वामी केशवानंद महाराज के सानिध्य में ब्रह्मचारी आनंद महाराज ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इसके बाद कथा व्यास अजय कृष्ण शास्त्री, आचार्य भोला शास्त्री व मोनू ब्रह्मचारी ने रामायण पाठ शुरू किया। कार्यक्रम में भाजपा प्रदेश नमामि के सह-संयोजक डा. वीरपाल निर्वाल ने कहा कि महर्षि वाल्मीकि का जन्म दिवस आश्विन मास की शरद पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है। वाल्मीकि जी ने संस्कृत के श्लोकों से रामायण नामक ग्रंथ की रचना की जो देश ही नहीं अपितु विदेश में भी पढ़ा जाता है। कार्यक्रम में तहसीलदार जानसठ अभय राज पांडेय ने कहा कि वाल्मीकि जी संस्कृत भाषा के आदि कवि के रूप में सुप्रसिद्ध हैं। पूर्व जिला उपाध्यक्ष अमित राठी, आरएसएस के योगेंद्र कुमार, पूर्व चेयरमैन विनोद शर्मा, राजस्व निरीक्षक ऋषिपाल सिंह, लेखपाल पंकज कुमार, मैनेजर राजीव गुप्ता, पीयूष मलिक, जितेंद्र कुमार आदि मौजूद रहे।

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