बारिश ने नगर पंचायत की व्यवस्था की खोली पोल
मीरापुर में मंगलवार देर रात से शुरू हुई बारिश पूरी रात पड़ती रही जिससे नगर की सड़कें रजवाहे में तब्दील हो गई। मुख्य बस स्टैंड पड़ाव चौक मुश्तर्क जाट कालोनी नवाब पट्टी व कमलियान मोहल्लों में लगातार कई घंटे पानी भरा रहा। पानी मकानों व दुकानों तक में भर गया। कस्बे में नगर पंचायत की जल निकासी की व्यवस्था ध्वस्त है जिससे बिना बारिश के भी सड़कों पर गंदा पानी भरा रहता है।
जेएनएन, मुजफ्फरनगर। मीरापुर में मंगलवार देर रात से शुरू हुई बारिश पूरी रात पड़ती रही, जिससे नगर की सड़कें रजवाहे में तब्दील हो गई। मुख्य बस स्टैंड, पड़ाव चौक, मुश्तर्क, जाट कालोनी, नवाब पट्टी व कमलियान मोहल्लों में लगातार कई घंटे पानी भरा रहा। पानी मकानों व दुकानों तक में भर गया। कस्बे में नगर पंचायत की जल निकासी की व्यवस्था ध्वस्त है, जिससे बिना बारिश के भी सड़कों पर गंदा पानी भरा रहता है। आधी रात से अंधकार में डूबा रहा नगर
बारिश से कस्बे की विद्युत आपूर्ति भी ठप हो गई, जो करीब 12 घंटे तक बाधित रही, जिससे पूरा नगर अंधकार में डूबा रहा। दिन में विद्युतकर्मियों ने आपूर्ति को सुचारु किया।
बारिश से लहलहा उठी धान व की फसल
जेएनएन, मुजफ्फरनगर। बारिश से किसानों के चेहरे खिल गए हैं। धान और गन्ने की फसल के लिए बारिश वरदान साबित हुई है। खेतों में खड़ी फसल लहलहा उठी है। हालांकि सब्जी की फसल में पानी भरने से नुकसान भी है। कृषि विभाग के अधिकारी भी बारिश को किसानों के लिए अच्छा मान रहे हैं।
बरसात के सीजन में अपेक्षा के अनुसार बारिश नहीं हो रही थी। बुधवार को जिले में झमाझम बारिश हुई, जिससे अन्नदाता को बड़ी राहत मिली है। खासकर धान उगाने वाले किसानों को अब कई दिनों तक सिचाई करने की जरूरत नहीं होगी। कुछ किसान धान की पछेती रोपाई कार्य भी कर रहे हैं, जिसके चलते उन्हें भी फायदा होगा। वहीं बारिश में गन्ने की फसल तेजी से बढ़ती है। इन दोनों फसलों के अलावा हरे चारे के लिए भी बारिश अच्छी मानी जा रही है।
वहीं सब्जी की फसल को अत्याधिक बारिश से नुकसान है। टमाटर, तोरी, लोकी, करेला आदि की फसल गलने की आशंका गहरा गई है। भोकरहेड़ी कस्बे के किसान वीरपाल सिंह का कहना है कि धान के लिए बारिश गुणकारी है। उन्होंने 10 बीघा धान की रोपाई की है। बारिश नहीं होने से ट्यूबवेल से सिचाई करनी पड़ रही थी। गन्ने की फसल को भी बारिश से लाभ पहुंचेगा।
जिला कृषि अधिकारी जसवीर सिंह तेवतिया ने बताया कि बारिश से कृषि संबंधित कोई नुकसान नहीं है। जिले में अधिकतर किसान गन्ना की खेती करते हैं। साथ ही धान की खेती के लिए बारिश वरदान होती है।