हाईवे पर दिया धरना, सरकार के विरुद्ध नारेबाजी
भारतीय किसान मजदूर संगठन ने कृषि कानून बिजली की बढ़ी दरें वापस लेने और गन्ने का बकाया भुगतान ब्याज सहित देने की मांग को लेकर दिल्ली-देहरादून राष्ट्रीय राजमार्ग पर नावला कोठी के निकट धरना दिया। सरकार के विरुद्ध नारेबाजी की गई। इसके बाद कार्यकर्ता दिल्ली के लिए कूच कर गए।
जेएनएन, मुजफ्फरनगर। भारतीय किसान मजदूर संगठन ने कृषि कानून, बिजली की बढ़ी दरें वापस लेने और गन्ने का बकाया भुगतान ब्याज सहित देने की मांग को लेकर दिल्ली-देहरादून राष्ट्रीय राजमार्ग पर नावला कोठी के निकट धरना दिया। सरकार के विरुद्ध नारेबाजी की गई। इसके बाद कार्यकर्ता दिल्ली के लिए कूच कर गए।
संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सरदार बीएम सिंह के आह्वान पर सोमवार को कार्यकर्ता दिल्ली-देहरादून राष्ट्रीय राजमार्ग पर नावला कोठी के पास एकत्र हुए। जिलाध्यक्ष श्रीकांत त्यागी व ब्लाक अध्यक्ष अमित अहलावत के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने हाईवे पर धरना दिया। कृषि कानून और सरकार के विरोध में नारेबाजी की गई। कृषि कानून व बिजली की बढ़ी दरें वापस लेने और गन्ने का बकाया भुगतान ब्याज सहित दिए जाने की मांग की। मांगें पूरी होने तक उनका आंदोलन जारी रहेगा। दिल्ली कूच कर रहे हरियाणा व पंजाब के किसानों संग बर्बरता की निदा की गई। इस दौरान हाईवे पर यातायात थमा रहा। कार्यकर्ताओं के हटने पर वाहनों का आगमन बहाल हुआ। भाकिमसं के धरने की प्रशासन और पुलिस को भनक नहीं लग सकी। धरना देने वालों में गौरव अहलावत, कन्हैया, सोनू, अमित कुमार, शमीम, श्यामवीर, सुधीर अहलावत, सुरेंद्र भाटी, दिलशाद, विपिन शर्मा, हरिदत्त व बाबी आदि मौजूद रहे।
आर्थिक राहत पैकेज को कल प्रदर्शन करेंगे व्यापारी
जेएनएन, मुजफ्फरनगर। पश्चिमी उत्तर प्रदेश संयुक्त उद्योग व्यापार मंडल के प्रदेश उपाध्यक्ष अमित गर्ग ने बताया कि प्रांतीय कार्यकारिणी निर्णय के अनुसार चरमराई अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए आर्थिक पैकेज की मांग को लेकर दो दिसंबर को प्रदेशभर में व्यापारी काली पट्टी बांधकर प्रदर्शन करेंगे। अनिल कंसल, हर्षवर्धन, जयवीर सिंह, राजकुमार तायल व नरेंद्र मित्तल आदि शामिल रहे।