लापरवाही के जाल में उलझती रही है पुलिस
बदमाशों पर कार्रवाई तथा विवेचना सहित दूसरे कानूनी मामलों में पुलिस की लापरवाही उजागर होती रही है। ऐसे मामलों में उच्चाधिकारियों सहित कोर्ट ने भी गंभीरता से संज्ञान लिया। इसके चलते पुलिसकर्मी कार्रवाई के दायरे में आए। हाल के एक मामले में तो कोर्ट के आदेश पर दारोगा के विरुद्ध ही हत्या का मुकदमा दर्ज कर विवेचना शुरू करनी पड़ी।
जेएनएन, मुजफ्फरनगर। बदमाशों पर कार्रवाई तथा विवेचना सहित दूसरे कानूनी मामलों में पुलिस की लापरवाही उजागर होती रही है। ऐसे मामलों में उच्चाधिकारियों सहित कोर्ट ने भी गंभीरता से संज्ञान लिया। इसके चलते पुलिसकर्मी कार्रवाई के दायरे में आए। हाल के एक मामले में तो कोर्ट के आदेश पर दारोगा के विरुद्ध ही हत्या का मुकदमा दर्ज कर विवेचना शुरू करनी पड़ी।
बिगड़ते सामाजिक परिवेश में अपराध पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस सख्त कार्रवाई अंजाम दे रही है, लेकिन कानून के दायरे से बाहर होते ही पुलिस पर भी शिकंजा कस जाता है। दो वर्ष पूर्व फु़सलाकर अपरहण किये जाने के एक मामले में पुलिस ने इलाहाबाद से युवती को बरामद कर आरोपित को गिरफ्तार किया था, लेकिन अभिरक्षा में दोनों की संदिग्ध मौत से बवाल हो गया। इसके चलते मृतक युवक के भाई की याचिका पर कोर्ट ने संज्ञान लेते हुए जांच करने में कोताही बरतने पर तत्कालीन प्रभारी निरीक्षक मीरापुर तथा सीओ जानसठ के विरुद्ध कार्रवाई का आदेश दिया। अमीरनगर गांव में अप्रैल माह में हुई पत्रकार नितिन की हत्या के मामले में त्रुटिपूर्ण विवेचना करने के आरोप में एसीजेएम-2 ने एसओ तितावी कपिलदेव का स्पष्टीकरण तलब करते हुए उन्हें कोर्ट में तलब किया था। हाईकोर्ट की अनदेखी पर कार्रवाई के दायरे में पुलिस
गोवध अधिनियम के दुरुपयोग को लेकर हाल में ही हाईकोर्ट ने दिशा निर्देश जारी किये थे। उन पर अमल करने में नाकाम रहने पर एसजेएम-दो ने थाना खतौली के दारोगा संदीप कुमार तथा थाना चरथावल के दारोगा मोहित कुमार का स्पष्टीकरण तलब कर उन्हें कोर्ट में तलब कर लिया था। दारोगा पर दर्ज हुआ था डबल मर्डर का मुकदमा
हिरासत में हुई युगल की संदिग्ध मौत के मामले में मृतक के भाई की याचिका का संज्ञान लेते हुए सीजेएम कोर्ट ने इस मामले में तत्कालीन विवेचक तथा मीरापुर के दारोगा यूनुस खान सहित सात लोगों के विरुद्ध हत्या का मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया था। कोर्ट के आदेश पर थाना मीरापुर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर विवेचना शुरू कर दी।