धान तो बेच दिया, खातों में नहीं पहुंच रही राशि

किसानों की हालत सुधारने में जुटी सरकार को धान के भुगतान के लाले पड़ गए हैं। व्यवस्था की खामी के चलते धान के भुगतान का हाल भी बदतर है। किसान क्रय केंद्र व बैंक शाखा के चक्कर काट रहे हैं। पेमेंट न होने के बावजूद खरीद केंद्रों पर ट्रालियों की लाइन लगी है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 26 Oct 2020 05:38 PM (IST) Updated:Mon, 26 Oct 2020 05:38 PM (IST)
धान तो बेच दिया, खातों में नहीं पहुंच रही राशि
धान तो बेच दिया, खातों में नहीं पहुंच रही राशि

मुजफ्फरनगर, जेएनएन। किसानों की हालत सुधारने में जुटी सरकार को धान के भुगतान के लाले पड़ गए हैं। व्यवस्था की खामी के चलते धान के भुगतान का हाल भी बदतर है। किसान क्रय केंद्र व बैंक शाखा के चक्कर काट रहे हैं। पेमेंट न होने के बावजूद खरीद केंद्रों पर ट्रालियों की लाइन लगी है।

चार माह के लिए खोले गए धान खरीद केंद्रों पर फसल बेचने के बाद 72 घंटे के भीतर सरकार के भुगतान करने के वायदे से अन्नदाता की उम्मीदें टूटने लगी हैं। फलौदा स्थित खाद्य तथा रसद विभाग के क्रय केंद्र पर एक अक्टूबर से धान बेचने को लेकर आने वाले किसानों की लंबी लाइनें लगी हैं। गन्ना भुगतान न होने से परेशान किसान को करीब 12 दिन से धान का भुगतान भी नहीं मिल पा रहा है। किसान राजीव त्यागी, बिट्टू, अंकित व सुखदेव आदि ने बताया कि धान बेचे दस दिन से ज्यादा हो चुके हैं, लेकिन भुगतान अभी तक नहीं मिला। रोजाना बैंक शाखा और क्रय केंद्र के चक्कर काट रहे हैं। बताया कि गत वर्र्षो में किसान को फसल बेचने के अगले दिन आरटीजीएस से पूरा भुगतान मिल जाता था। क्रय केंद्र स्टाफ के अनुसार करीब 70 में से केवल 26 किसानों का भुगतान हो पाया है। सोमवार तक 14 अक्टूबर तक का पेमेंट ग्रामीणों के खाते में पहुंचा है। खराब व्यवस्था के बावजूद क्रय केंद्र पर धान लाने वाली ट्रैक्टर-ट्रालियों की लंबी लाइनें लगी हैं।

-------

आनलाइन रजिस्ट्रेशन भी बंद

पुरकाजी : धान बेचने को लेकर समस्या केवल भुगतान ही नहीं है। करीब सप्ताहभर से धान बेचने के लिए आनलाइन पंजीकरण कराने का सिस्टम भी बंद पड़ा है। ग्रामीण को अस्थाई व्यवस्था के चलते क्रय केंद्र पर ही कागज का टोकन बनाकर फसल लाने की तारीख दे दी जाती है।

-----

रोजाना की खरीद का रिकार्ड आनलाइन लखनऊ भेजा जाता है। आंकड़ों के मुताबिक वहीं से किसानों के खाते में सीधे राशि भेजी जाती है। भुगतान क्यों नहीं हो रही इस बारे में यहां से कुछ नहीं कहा जा सकता।

-अनिल मित्तल, वरिष्ठ विपणन निरीक्षक, पुरकाजी

chat bot
आपका साथी