हालात भांपकर दी गई आक्सीजन, मांग के सापेक्ष आपूर्ति कम

आक्सीजन की किल्लत दूर करने के लिए अथक प्रयास किए जा रहे हैं लेकिन मांग के सापेक्ष आपूर्ति नहीं मिल रही है। इससे स्थिति विकट हो रही है। बुधवार को जिले में सात टन आक्सीजन पहुंची जिसका रोगियों के लिए वितरण किया गया। एमबीबीएस के पर्चे की छानबीन नहीं की गई। हालातों को देखते हुए तीमारदारों को आक्सीजन का वितरण किया गया। प्रशासन लगातार डिमांड भेज रहा है ताकि स्थिति को काबू में रखा जा सके।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 12 May 2021 11:45 PM (IST) Updated:Wed, 12 May 2021 11:45 PM (IST)
हालात भांपकर दी गई आक्सीजन, मांग के सापेक्ष आपूर्ति कम
हालात भांपकर दी गई आक्सीजन, मांग के सापेक्ष आपूर्ति कम

जेएनएन, मुजफ्फरनगर। आक्सीजन की किल्लत दूर करने के लिए अथक प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन मांग के सापेक्ष आपूर्ति नहीं मिल रही है। इससे स्थिति विकट हो रही है। बुधवार को जिले में सात टन आक्सीजन पहुंची, जिसका रोगियों के लिए वितरण किया गया। एमबीबीएस के पर्चे की छानबीन नहीं की गई। हालातों को देखते हुए तीमारदारों को आक्सीजन का वितरण किया गया। प्रशासन लगातार डिमांड भेज रहा है, ताकि स्थिति को काबू में रखा जा सके।

जिले के लिए रुड़की का प्लांट आक्सीजन भेज रहा है। बुधवार को आक्सीजन की डिमांड 14 टन थी, लेकिन आधी 7 टन ही पहुंच सकी है। संक्रमण से ग्रस्त रोगियों पर स्थिति काबू होने के चलते एक दिन में 14 टन की खपत बनी हुई है, यह पहले 22 टन तक पहुंच गई थी। प्रशासन लगातार आक्सीजन की आपूर्ति के लिए प्रयास में लगा है। बुधवार को आक्सीजन आते ही आइटीआइ और चौधरी चरण सिंह मार्केट की एजेंसी पर सिलेंडर रीफिल किए गए। खास यह है कि एमबीबीएस के पर्चे पर ही आक्सीजन सिलेंडर दिए जाने की जांच नहीं की गई है। तीमारदारों को उनके रोगियों की स्थिति भांपकर आक्सीजन सिलेंडर का वितरण किया गया है। दोनों स्थानों से 100 से अधिक लोगों को सिलेंडर मुहैया कराए गए हैं। इसके अलावा जिले में संचालित कोविड सेंटर, अस्पतालों में आक्सीजन की आपूर्ति की गई है। आक्सीजन वितरण के नोडल अधिकारी रणविजय सिंह ने बताया कि आक्सीजन को लेकर पहले से हालात सुधार में आए हैं। अब आपाधापी की स्थिति नहीं है। हालांकि जिले में बैकअप नहीं बन रहा है। डिमांड के सापेक्ष आपूर्ति नहीं मिल पा रही है। आक्सीजन प्लांट लगाने का निर्णय

मंसूरपुर : इस्जैक हैवी इंजीनियरिग लिमिटेड (यूपी स्टील) ने जिला प्रशासन के सहयोग से शीघ्र ही 30 क्यूबिक मीटर प्रति घंटा की क्षमता का आक्सीजन प्लांट शुरू करने का निर्णय लिया है, जिससे जिले में आक्सीजन की कमी पूरी हो सके। यूपी स्टील के मुख्य संचालन अधिकारी दीपक कुमार ने बताया कि कंपनी के प्रबंध निदेशक आदित्य पुरी ने इसकी स्वीकृति दी है। फैक्ट्री में जल्द निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा।

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