ओएनजीसी टीम ने पेट्रोलियम पदार्थो की तलाश में डेरा डाला

जानसठ (मुजफ्फरनगर) : क्षेत्र में पेट्रोलियम पदार्थो की खोज में जुटी ओएनजीसी की टीम ने एक बार फि

By JagranEdited By: Publish:Tue, 22 Jan 2019 10:30 PM (IST) Updated:Tue, 22 Jan 2019 10:30 PM (IST)
ओएनजीसी टीम ने पेट्रोलियम पदार्थो की तलाश में डेरा डाला
ओएनजीसी टीम ने पेट्रोलियम पदार्थो की तलाश में डेरा डाला

जानसठ (मुजफ्फरनगर) : क्षेत्र में पेट्रोलियम पदार्थो की खोज में जुटी ओएनजीसी की टीम ने एक बार फिर डेरा डाल दिया है।

ओएनजीसी की टीम सादपुर व मकसूदाबाद गांवों के जंगलों में जुटी है। जमीन में बो¨रग करने के बाद विस्फोट करके पेट्रोलियम पदार्थो की मौजूदगी का पता लगाया जा रहा है। टीम के हेड जीवराह प्रसाद ने बताया कि गंगा किनारे के क्षेत्रों में जमीन के अंदर पेट्रोलियम पदार्थो की मौजूदगी के संकेत मिले हैं। इसके लिए सालों से सर्वे चल रहा है। गत वर्ष भी इसी तहसील क्षेत्र में सर्वे करने के बाद ओएनजीसी को रिपोर्ट दी गई थी।

रिपोर्ट में सकारात्मक संकेत मिलने के बाद दूसरा सर्वे शुरू किया गया है। सर्वे में करीब दो हजार लोग लगे हैं। 30-30 मीटर की दूरी पर 50 फुट गहरे बो¨रग किए हैं। इनमें विस्फोट करने के बाद तरंगों को लैपटॉप में संचित किया जाता है। इसे ओएनजीसी के परीक्षण सेंटर भेजा जाता है। उन्होंने बताया कि सालों सर्वे के बाद गंगा क्षेत्र के करीब सौ किलोमीटर क्षेत्र में ऐसे परीक्षण किए जा रहे हैं। यदि यहां पेट्रोलियम पदार्थो की संभावना बढ़ती है तो एक परीक्षण और किया जा सकता है।

दिया जाता है फसलों का मुआवजा

क्षेत्र के किसान बिट्टू, वाजिद, उमर अली, मौसम, जितेंद्र, हरिप्रकाश आदि ने बताया कि सर्वे टीम संभावित स्थानों को चिन्हित करने के बाद बो¨रग करती है। किसानों के मुताबिक, प्रति बो¨रग 1200 रुपये मुआवजा मिलता है। किसानों का कहना है, यदि क्षेत्र में पेट्रोलियम पदार्थ निकलते हैं तो इससे क्षेत्र का काफी विकास हो जाएगा।

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