एक आंख गंगा तो दूसरी जमुना..दिल बना लो समंदर

खतौली में संपन्न हुए भाईचारा सम्मेलन के माध्यम से मुजफ्फरनगर की धरती पर सियासी तापमान का आंकलन किया गया। स्व. अजित सिंह ने अंतिम चुनाव यहीं पर लड़ा था ऐसे में रालोद यहां कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती है। भाईचारा सम्मेलन में रालोद नेताओं ने तर्क और वितर्क को गहराई के साथ रखें। उदाहरण की कसौटी पर जनता की नब्ज को भांपने की भरसक कोशिश रही।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 28 Jul 2021 12:00 AM (IST) Updated:Wed, 28 Jul 2021 12:00 AM (IST)
एक आंख गंगा तो दूसरी जमुना..दिल बना लो समंदर
एक आंख गंगा तो दूसरी जमुना..दिल बना लो समंदर

जेएनएन, मुजफ्फरनगर। खतौली में संपन्न हुए भाईचारा सम्मेलन के माध्यम से मुजफ्फरनगर की धरती पर सियासी तापमान का आंकलन किया गया। स्व. अजित सिंह ने अंतिम चुनाव यहीं पर लड़ा था, ऐसे में रालोद यहां कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती है। भाईचारा सम्मेलन में रालोद नेताओं ने तर्क और वितर्क को गहराई के साथ रखें। उदाहरण की कसौटी पर जनता की नब्ज को भांपने की भरसक कोशिश रही। चूंकि राष्ट्रीय स्तर के नेताओं के साथ महिला नेत्रियों ने शब्दबाण चलाए।

सम्मेलन में वक्ताओं ने कहा कि पश्चिम में मोहब्बत बसती है। यहां इंसानियत की एक आंख गंगा तो दूसरी जमुना है। हालात को देखकर दिलों को समंदर बना लो, जिससे समय और भविष्य दोनों सुरक्षित हो जाएंगे। इसी तरह से दूध और चीनी का मिश्रण मिलकर मीठा होता है। ऐसे ही भाईचारे को जीवंत रखना है। रालोद नेत्री रमा नागर, डा. मोनिका ने भी अपने शब्दों से मोदी-योगी सरकार पर तंज कसे है। वहीं कहा कि सात माह से अन्नदाता सड़कों पर है। चोरी-छिपे कृषि कानून पारित किए गए। इसका अन्नदाता आने समय में हिसाब लेगा। उधर, कार्यक्रम में दूर-दराज से आए अकीदतमंदों ने दोपहर की नमाज अदा की। जिनके लिए रालोद कार्यकर्ताओं ने पानी का प्रबंध किया। इस दौरान पूर्व जिलाध्यक्ष अजित राठी, पराग चौधरी, वकील मंसूरी व विकास बालियान आदि मौजूद रहे।

श्रद्धालुओं को अपने शहर में मिलेगा गंगाजल

जेएनएन, मुजफ्फरनगर। कोरोना काल में कांवड़ यात्रा रद होने से श्रद्धालु गंगोत्री, हरिद्वार, नीलकंठ व ऋषिकेश से गंगाजल नहीं ला सके। शिवभक्तों को निराशा न हो, इसके लिए डाक विभाग ने गंगोत्री से गंगाजल मंगाकर इसका वितरण शुरू कराया है। अब श्रद्धालुओं को अपने शहर व कस्बे में न्यूनतम शुल्क पर गंगाजल डाकघर से मिल सकेगा।

सावन के महीने में श्रद्धालु कांवड़ यात्रा के रूप में गंगोत्री, ऋषिकेश, नीलकंठ व हरिद्वार आदि से गंगाजल लेकर आते हैं और भगवान शिव का अभिषेक कर उन्हें प्रसन्न करते हैं। कोरोना के चलते शासन-प्रशासन ने कांवड़ यात्रा रद कर दी। डाकघर के प्रवर अधीक्षक बिजेंद्र ने बताया कि गंगोत्री से मंगवाए गए गंगाजल की 250 मिली. की बोतल 30 रुपये में उपलब्ध है। शिव चौक, नई मंडी, खतौली व जानसठ के डाकघर पर अलग से काउंटर लगाकर गंगाजल का वितरण शुरू हो गया है। शिव चौक डाकघर के सामने स्टाल लगाकर गंगाजल का वितरण शुरू कर दिया गया है। इन्होंने कहा..

वैसे तो डाकघर में 12 महीने गंगाजल मिलता है, लेकिन सावन माह में विशेष व्यवस्था की गई है। कुछ जगह स्टाल लगाकर भी गंगाजल वितरित कराया जा रहा है। गंगाजल गंगोत्री से मंगाया गया है।

-बिजेंद्र, प्रवर अधीक्षक डाकघर मुजफ्फरनगर

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