पितृ विसर्जनी अमावस्या पर पितरों को किया गंगा में तर्पण

शुकतीर्थ में बुधवार को पितृ विसर्जनी अमावस्या पर दूरदराज से आए हजारों श्रद्धालुओं ने गंगा स्नान के बाद विधि-विधान से पूजा-अर्चना कर अपने पितरों को तर्पण किया। श्रद्धालुओं ने नगरी के विभिन्न मंदिरों में दर्शन कर भक्ति भाव से प्रसाद चढ़ाया। इस दौरान नगरी में मेले जैसा माहौल बना रहा।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 07 Oct 2021 12:02 AM (IST) Updated:Thu, 07 Oct 2021 12:02 AM (IST)
पितृ विसर्जनी अमावस्या पर पितरों को किया गंगा में तर्पण
पितृ विसर्जनी अमावस्या पर पितरों को किया गंगा में तर्पण

जेएनएन, मुजफ्फरनगर। शुकतीर्थ में बुधवार को पितृ विसर्जनी अमावस्या पर दूरदराज से आए हजारों श्रद्धालुओं ने गंगा स्नान के बाद विधि-विधान से पूजा-अर्चना कर अपने पितरों को तर्पण किया। श्रद्धालुओं ने नगरी के विभिन्न मंदिरों में दर्शन कर भक्ति भाव से प्रसाद चढ़ाया। इस दौरान नगरी में मेले जैसा माहौल बना रहा।

गंगा घाट पर बुधवार सुबह ही श्रद्धालुओं की भीड़ जुटनी शुरू हो गयी थी। गंगा में स्नान करने के बाद श्रद्धालुओं ने विधि-विधान से 16 जगह तिल, चावल, जौ व दूध से पूजन कर अपने पितरों का गंगा में तर्पण किया। नगरी के कई आश्रमों में भंडारा हुआ, जिनमें साधु-संतों को भोजन कराकर दक्षिणा दी गई। गंगा घाट पर अनेक श्रद्धालुओं ने सत्यनारायण की कथा भी कराई। ट्रैक्टर-ट्रालियों व कारों से पहुंचे श्रद्धालु

श्रीगंगा सेवा समिति शुकतीर्थ के महामंत्री महकार सिंह ने बताया कि बुधवार को दूरदराज से बड़ी संख्या में श्रद्धालु ट्रैक्टर-ट्रालियों व कारों बसों में सवार होकर पहुंचे। नगरी में मेले जैसा माहौल रहा और प्रत्येक रास्ते पर दिन भर जाम लगा रहा।

बुजुर्गो का पूजन, उपहार किए भेंट

जेएनएन, मुजफ्फरनगर। भोपा में हिद मजदूर किसान समिति ने पितृ पक्ष के समापन पर बहुपुरा गांव में बड़ी संख्या में बुजुर्गो का पूजन किया। युवाओं ने बुजुर्गो के चरण धोकर, जल, वस्त्र, व्यवहार व औषधि अर्पित व पूजन कर उन्हें उपहार भेंट किये। समिति के जिला उपाध्यक्ष पदम सिंह ने कहा कि जीवित माता-पिता व बुजुर्ग ही हमारे पितृ हैं। पितृ पक्ष में जीवित बुजुर्ग का साथ रहना, उनकी अन्न, जल, वस्त्र, व्यवहार व औषधि से सेवा करना। उन्हें अपने हाथों से भोजन कराना, ये ही पितृ पक्ष है। ब्लाक अध्यक्ष पुष्पेंद्र कुमार ने कहा कि पितृ पक्ष में हम पर वृद्धों की आभा तरंग का सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इसलिए हम पितृ पक्ष में अधिक समय वृद्धजनों के निकट व्यतीत करें। बुजुर्ग के चरण दबाएं अर्थात 15 दिनों में अधिक से अधिक समय बुजुर्ग की सेवा करें। रजत कुमार ने कहा कि यदि हम किसी कारणवश पूरे साल बुजुर्गो को समय नहीं दे पाते तो पितृ पक्ष में समय दें। कार्यक्रम में उपेंद्र कुमार, विजय कुमार, अजय कुमार, मिंटू, हीरालाल व रवि आदि मौजूद रहे।

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