महाशिवरात्रि पर्व 11 को, तैयारी शुरू

महाशिवरात्रि पर्व 11 मार्च को है। शिवालयों में तैयारी शुरू गई है। शिवालयों में त्रयोदशी का जलाभिषेक 11 मार्च को सुबह 4.01 बजे से शुरू होकर पूरे दिन होता रहेगा। चतुर्दशी का जलाभिषेक इसी दिन अपराह्न तीन बजे से शुरू होकर शाम तक होता रहेगा।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 06 Mar 2021 11:39 PM (IST) Updated:Sat, 06 Mar 2021 11:39 PM (IST)
महाशिवरात्रि पर्व 11 को, तैयारी शुरू
महाशिवरात्रि पर्व 11 को, तैयारी शुरू

मुजफ्फरनगर, जागरण टीम। महाशिवरात्रि पर्व 11 मार्च को है। शिवालयों में तैयारी शुरू गई है। शिवालयों में त्रयोदशी का जलाभिषेक 11 मार्च को सुबह 4.01 बजे से शुरू होकर पूरे दिन होता रहेगा। चतुर्दशी का जलाभिषेक इसी दिन अपराह्न तीन बजे से शुरू होकर शाम तक होता रहेगा।

महामृत्युंजय सेवा मिशन के अध्यक्ष पंडित संजीव शंकर ने बताया प्रत्येक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि मास शिवरात्रि कहलाती है। परंतु फाल्गुन मास की शिवरात्रि को महाशिवरात्रि के रूप में पूजने की परंपरा है। महाशिवरात्रि चतुर्दशी तिथि प्रदोष व्यापिनी होती है। चतुर्दशी तिथि की शुरुआत 11 मार्च को अपराह्न दो बजकर 39 मिनट से शुरू होकर 12 मार्च को अपराह्न तीन बजकर दो मिनट तक रहेगी। महाशिवरात्रि का निशीथ काल 11 मार्च को रात 12 बजकर 6 मिनट से 12 बजकर 55 मिनट तक रहेगा। महाशिवरात्रि पर्व क्योंकि रात्रि में मनाया जाने वाला पर्व है। अत: चारों पहर के पूजन की महाशिवरात्रि को विशेष मान्यता है। 11 मार्च को सुबह त्रयोदशी का जलाभिषेक सुबह से ही होता रहेगा। शिवरात्रि का पूजन अपराह्न तीन बजे शुरू होगा। भगवान शिव एक लोटा साधारण जल से ही प्रसन्न हो जाते हैं। महाशिवरात्रि पर पंचामृत, बेल-पत्र, आखा व कनेर के पुष्प से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं।

श्रीश्यामा श्याम मंदिर के महंत पं. हंसराज भारद्वाज का कहना है कि महाशिवरात्रि को लेकर प्रशासन की अभी कोई गाइडलाइन तो नहीं आई, लेकिन फिर भी मास्क व शारीरिक दूरी का ध्यान रखा जाएगा।

भगवान शिव की पूजा आराधना करने के लिए कंठ में रुद्राक्ष, मस्तक पर त्रिपुंड व मुख में शिव नाम शिवपूजन की त्रिवेणी कहीं गई है। इसके अलावा शिव पुराण का पाठ, महामृत्युंजय मंत्र का जाप, ऊँ नम: शिवाय का जाप या फिर शिव नाम का जप अति कल्याणकारी है। हाईवे पर बढ़ रहे कांवड़िए

पुरकाजी : नीलकंठ, ऋषिकेश, हरिद्वार से गंगाजल लेकर शिवालयों की ओर लौट रहे हर-हर महादेव, बम भोले, बोल बम के साथ अपने गंतव्य की ओर बढ़ रहे हैं। कई कांवड़िये तो आकर्षक झांकी लेकर आ रहे हैं। शनिवार सुबह सोनीपत गुड़ मंडी जाने वाली सुंदर झांकी कस्बे से निकली तो उसे देखने वालों की भीड़ सड़क पर जुट गई। झांकी लेकर जा रहे नरेश, प्रदीप, पवन, अंकुर, आकाश, विशू आदि 'बम-बम भोले' का उद्घोष करते हुए नगर से निकले। हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली आदि राज्यों के कांवड़िये ही गंगाजल लेकर ही शिवालयों की ओर जा रहे हैं।

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