पालिका में नहीं अधिकारी, कैसे सुधरेगी व्यवस्था
नगर पालिका में अधिकारियों का टोटा पड़ गया है। निर्माण विभाग में सहायक अभियंता नहीं हैं तो पालिका के तीन में से दो सफाई खाद्य निरीक्षकों का स्थानांतरण हो चुका है। जबकि तीसरे सफाई व खाद्य निरीक्षक ने अन्य नियुक्ति के चलते पालिका को छोड़ दिया है।
मुजफ्फरनगर, जेएनएन। नगर पालिका में अधिकारियों का टोटा पड़ गया है। निर्माण विभाग में सहायक अभियंता नहीं हैं तो पालिका के तीन में से दो सफाई खाद्य निरीक्षकों का स्थानांतरण हो चुका है। जबकि तीसरे सफाई व खाद्य निरीक्षक ने अन्य नियुक्ति के चलते पालिका को छोड़ दिया है।
पालिका में सहायक अभियंता निर्माण (एई) अब्दुल कादिर का तबादला होने के बाद से ही शासन से कोई नई तैनाती नहीं की गई है। डीएम ने एई ड्रेनेज खंड, शामली-मुजफ्फरनगर ओमकार सिंह को नगर पालिका में एई निर्माण का दायित्व सौंपा था लेकिन उनका भी हैड वर्क्स खंड आगरा नहर, ओखला स्थानांतरण हो गया। पालिका अध्यक्ष अंजू अग्रवाल ने बताया कि ओमकार सिंह का तबादला होने के बाद एई निर्माण के पद का दायित्व जलकल अभियंता सुनील कुमार को सौंपा गया है। जबकि राजस्व निरीक्षक अमित कुमार व विजय कुमार को उनके पदीय दायित्वों के साथ-साथ सफाई एवं खाद्य निरीक्षक का कार्य संपादित करने के लिए तैनात किया गया है।
सफाई कर्मचारी आयोग अध्यक्ष-सदस्य को सौंपा ज्ञापन
मुजफ्फरनगर: सफाई कर्मचारी संघ नगरपालिका अध्यक्ष चमन लाल ढिगान ने बताया कि सफाई कर्मचारी आयोग उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष सुरेंद्र नाथ और सफाई कर्मचारी आयोग उत्तर प्रदेश के सदस्य मनोज वाल्मीकि जिला मुख्यालय पहुंचे। यहां सफाई कर्मचारियों की विभिन्न मांगों से संबंधित ज्ञापन उन्हें सौंपा गया। सरकार कर रही किसानों का शोषण : पूरण सिंह
तितावी : थाना क्षेत्र के गांव नंगला पिथौरा में किसानों की विभिन्न समस्याओं को लेकर एक पंचायत का आयोजन किया गया। पंचायत में राष्ट्रीय अध्यक्ष पूरण सिंह ने जल्द समाधान न होने पर आंदोलन की चेतावनी दी। पंचायत में पहुचे एडीएम व एसडीएम सदर को ज्ञापन सौंपा।
गुरुवार दोपहर किसान मजदूर संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष ठाकुर पूरण सिंह के नेतृत्व में क्षेत्र के गांव नंगला पिथौरा में किसानों की विभिन्न समस्याओं को लेकर एक पंचायत का आयोजन किया गया। पंचायत को संबोधित करते हुए पूरण सिंह ने कहा कि सरकार किसान विरोधी है। जो किसानों का शोषण कर रही है। खेतों में बेसहारा पशुओं द्वारा किसानों की फसलों को बर्बाद किया जा रहा है जिनका कोई स्थायी समाधान नहीं है। लंबे समय से चकबंदी चल रही है, जिससे किसानों को कई समस्याएं हो रही है सरकार को जल्द ही चकबंदी प्रक्रिया पूरी करनी चाहिए। कोरोना काल में स्कूल बंद होने के बावजूद भी स्कूल संचालकों द्वारा अभिभावकों से फीस की मांग की जा रही है। सरकार या तो फीस माफ करे या खुद वहन करे। पंचायत में पहुंचे एडीएम अमित कुमार व एसडीएम सदर दीपक कुमार को अपनी मांगों का ज्ञापन शौंपते हुए कहा कि यदि जल्द समाधान नहीं किया गया तो किसान मजदूर संगठन आंदोलन को मजबूर हो जाएगा।