गुरु गोविंद सिंह की शौर्य गाथा का जिक्र कर किया निहाल

गुरु गोविंद सिंह के 354वें प्रकाश पर्व पर गुरुद्वारा में कार्यक्रम हुआ। कीर्तन मंडली ने गुरु की महिमा और शौर्य गाथा का जिक्र करते हुए संगत को निहाल किया। उन्होंने युवाओं से गुरु के जीवन से प्रेरणा लेने की अपील की। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल हुई।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 20 Jan 2021 10:40 PM (IST) Updated:Wed, 20 Jan 2021 10:40 PM (IST)
गुरु गोविंद सिंह की शौर्य गाथा का जिक्र कर किया निहाल
गुरु गोविंद सिंह की शौर्य गाथा का जिक्र कर किया निहाल

जेएनएन, मुजफ्फरनगर। गुरु गोविंद सिंह के 354वें प्रकाश पर्व पर गुरुद्वारा में कार्यक्रम हुआ। कीर्तन मंडली ने गुरु की महिमा और शौर्य गाथा का जिक्र करते हुए संगत को निहाल किया। उन्होंने युवाओं से गुरु के जीवन से प्रेरणा लेने की अपील की। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल हुई।

गांधी कालोनी और रोडवेज बस स्टैंड के समीप स्थित गुरुद्वारा में कार्यक्रम में बड़ी संख्या में लोगों ने भाग लिया। सिखों के 10वें गुरु गोविद सिंह की महिमा पर रागी जत्थेदारों ने प्रकाश डाला। गुरु सिंह सभा की ओर से हुए कार्यक्रम में रागी जत्थेदार ज्ञानी जोगा सिंह व ज्ञानी हरजीत सिंह ने कहा कि गुरु गोविंद सिंह का जन्म पटना में हुआ था। देश और समाज की रक्षा के लिए अपने चार पुत्रों की शहादत दी थी। उन्होंने मुगलों के आगे कभी हार नहीं मानी और जीवनभर संघर्ष करते रहे। जत्थेदार दिलबाग सिंह ने भी संगत को निहाल किया। उन्होंने कहा कि युवाओं को उनके जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए। देश और समाज के लिए हमेशा कार्य करते रहना चाहिए। कार्यक्रम में महिला और युवाओं ने गुरु का गुणगान किया। कार्यक्रम के बाद विशाल लंगर लगाया, जिसमें श्रद्धा भाव से लोगों को भोजन कराया गया। इस दौरान इस दौरान सरदार अमरजीत सिंह, धनप्रीत सिंह बेदी, गुरुप्रीत सिंह, सुखमिदर सिंह, वीरेंद्र सिंह, देवेंद्र सिंह चड्ढा, सरदार जगप्रीत सिंह, हरप्रीत सिंह व गुरुचरण सिंह आदि मौजूद रहे।

युवाओं किया रक्तदान

कार्यक्रम के बाद बड़ी संख्या में युवाओं ने रक्तदान किया। वक्ताओं ने कहा कि सिख समाज में रक्तदान का बड़ा महत्व है। किसी की जान बचाने का बड़ा पुण्य कोई नहीं है। मानवता के लिए अधिक से अधिक लोगों को रक्तदान करना चाहिए।

किसानों का किया समर्थन

रोडवेज के समीप स्थित गुरुद्वारा में किसानों के समर्थन में कार्यक्रम हुआ। सिख समाज के लोगों ने कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली बार्डर पर चल रहे आंदोलन पर कहा कि सरकार को किसानों की मांगों को मानना चाहिए। अन्नदाता देश का पेट भरता है। वह सड़कों पर आंदोलन करे, यह उचित नहीं है। किसानों के समर्थन में आंदोलन के चलते कई भाजपा नेता वहां नहीं पहुंचे। भाजपा अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य सुखदर्शन सिंह बेदी ने बताया कि वह किसानों के साथ हैं। गुरुद्वारे पर किसानों के समर्थन में सांकेतिक कार्यक्रम हुआ। गुरु गोविंद सिंह की याद में हुए कार्यक्रम में वह पहुंचे थे।

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