पालिका अध्यक्ष ने किया भुगतान, ईओ से मांगा जवाब

नगरपालिका परिषद् में वित्तीय अनियमितता और घोटाले के आरोप लग रहे हैं। ईओ और पालिका अध्यक्ष के बीच खींचतान जग जाहिर है इसके कारण कामकाज भी प्रभावित हो रहा है। अब वित्तीय मामलों में अधिकार के बिना ही पालिका अध्यक्ष के ठेकेदार को भुगतान कराने के मामले में डीएम के निर्देश पर ईओ से जवाब-तलब किया गया है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 24 Jun 2021 11:43 PM (IST) Updated:Thu, 24 Jun 2021 11:43 PM (IST)
पालिका अध्यक्ष ने किया भुगतान, ईओ से मांगा जवाब
पालिका अध्यक्ष ने किया भुगतान, ईओ से मांगा जवाब

जेएनएन, मुजफ्फरनगर। नगरपालिका परिषद् में वित्तीय अनियमितता और घोटाले के आरोप लग रहे हैं। ईओ और पालिका अध्यक्ष के बीच खींचतान जग जाहिर है, इसके कारण कामकाज भी प्रभावित हो रहा है। अब वित्तीय मामलों में अधिकार के बिना ही पालिका अध्यक्ष के ठेकेदार को भुगतान कराने के मामले में डीएम के निर्देश पर ईओ से जवाब-तलब किया गया है। पालिका परिषद् के सभासद राजीव शर्मा, मनोज वर्मा और कुसुमलता पाल ने 16 जून को डीएम सेल्वा कुमारी जे. को पत्र सौंपकर आरोप लगाया गया था कि पालिका अध्यक्ष अंजू अग्रवाल बोर्ड के अधिकारों पर अतिक्रमण करते हुए बिना अधिकार ही मनमर्जी से फैसले लेकर वित्तीय अनियमित्ता कर रही हैं। बोर्ड की प्रत्याशा में उन्होंने पहले तो कार्य की स्वीकृति प्रदान की और इसके बाद ठेकेदार को भुगतान की स्वीकृति भी बोर्ड में स्वीकृति की प्रत्याशा में दे दी गयी है, जो उनके अधिकार क्षेत्र में नहीं आता है। बोर्ड में ही इस भुगतान के लिए प्रस्ताव को पारित कराना चाहिए था। अपनी शिकायत में सभासदों ने बताया कि दिसंबर, 2020 में मैसर्स गणपति टिंबर से अलाव जलवाने के लिए लकड़ी खरीदी गयी थी इसके लिए पालिका प्रशासन ने मैसर्स गणपति टिंबर को 1.93 लाख का भुगतान बोर्ड की प्रत्याशा में करा दिया है। इससे बोर्ड के अधिकारों पर अतिक्रमण किया जा रहा है। उनका कहना है कि अन्य कई ऐसे भुगतान हैं, जो पालिका अध्यक्ष अंजू अग्रवाल ने अधिकार क्षेत्र से अलग जाकर बोर्ड की प्रत्याशा में कराये हैं।

भाजपा सभासदों की शिकायत पर डीएम सेल्वा कुमारी जे. ने सिटी मजिस्ट्रेट अभिषेक कुमार सिंह को जांच के निर्देश दिये हैं। सिटी मजिस्ट्रेट ने इस मामले में पालिका के अधिशासी अधिकारी को पत्र भेजकर तीन दिन के भीतर मैसर्स गणपति टिंबर को किये गये भुगतान की जांच कराकर रिपोर्ट देने को कहा है। इन्होंने कहा..

पालिका बोर्ड स्वीकृति की प्रत्याशा में भुगतान कराने का मुझे अधिकार प्राप्त है। मैने जो भुगतान किया है वह नियमानुसार किया है। कुछ लोगों को शिकायत करने का ही काम है। मैं जनहित में निर्णय लेने से पीछे नहीं हटूंगी और किसी भी जांच का सामना करने को तैयार हूं।

- अंजू अग्रवाल, पालिका अध्यक्ष

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