प्रभु श्रीराम के पैर पकड़ने से बच सकते हैं प्राण

पुरकाजी में समाज सुधार समिति (रजि.) के तत्वावधान में मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीरामलीला कमेटी महोत्सव के मंचन में रावण और अंगद के बीच तीखा संवाद हुआ। श्रद्धालुओं ने कलाकारों के सुंदर अभिनय को देख तालियां बजाकर उनका हौसला बढ़ाया। देर रात तक पंडाल में श्रीरामलीला देखने वालों की भारी भीड़ जुटी।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 14 Oct 2021 11:41 PM (IST) Updated:Thu, 14 Oct 2021 11:41 PM (IST)
प्रभु श्रीराम के पैर पकड़ने से बच सकते हैं प्राण
प्रभु श्रीराम के पैर पकड़ने से बच सकते हैं प्राण

जेएनएन, मुजफ्फरनगर। पुरकाजी में समाज सुधार समिति (रजि.) के तत्वावधान में मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीरामलीला कमेटी महोत्सव के मंचन में रावण और अंगद के बीच तीखा संवाद हुआ। श्रद्धालुओं ने कलाकारों के सुंदर अभिनय को देख तालियां बजाकर उनका हौसला बढ़ाया। देर रात तक पंडाल में श्रीरामलीला देखने वालों की भारी भीड़ जुटी।

कस्बे में मनाए जा रहे रामलीला महोत्सव में वृंदावन की श्रीराधा कृष्ण लीला के मंचन में समुंद्र देवता का आह्वान, रावण को यजमान बनाना तथा अंगद व रावण के बीच हुआ तीखा संवाद देखने लायक था। प्रभु श्रीराम के कहने पर अंगद संधि का प्रस्ताव लेकर लंका जाते हैं। रावण व अंगद के बीच तीखा संवाद होता हैं। दरबार में अंगद कहते है कि कोई वीर हो तो मेरा पैर उठाकर दिखाए। रावण के पुत्र इंद्रजीत सहित दरबार में बैठे पराक्रमी अंगद का पैर टस से मस नहीं कर पाते। लंकेश जैसे ही पैर को उठाने के लिए पकड़ते है तभी अंगद यह कहकर पैर हटा लेता है कि मेरे पैर क्यों पकड़ते हो। तीनों लोकों के स्वामी प्रभु श्रीराम के पैर पकड़ लो, उनकी शरण में जाने से आपके प्राण बच सकते है। बारहवें दिन के मंचन में यजमान विपिन वर्मा रहे। पंडित श्रवण शर्मा, अनिल गर्ग, वीरेंद्र सिंह, रोबिन गोयल आदि पदाधिकारी व्यवस्था बनाने में जुटे रहे। भानू शर्मा, सुधीर बंसल, डा. प्रिस त्यागी, संजीव गोयल, कपिल मित्तल, मणिकांत आदि रहे।

रामलीला कलाकारों को ज्ञानेश्वर सेवादल ने किया सम्मानित

जेएनएन, मुजफ्फरनगर। जानसठ कस्बे की सामाजिक एवं धार्मिक संस्था श्रीज्ञानेश्वर सेवादल ने मिश्राण मोहल्ले की प्राचीन रामलीला के 41 कलाकारों को पांच-पांच बर्तन देकर सम्मानित किया।

श्री प्राचीन रामलीला समिति विगत 126 वर्ष से रामलीला का मंचन करा रही है। स्थानीय कलाकार प्रत्येक वर्ष योगदान देते हैं। इस अवसर पर संस्था के सचिव दीपेश गुप्ता एडवोकेट ने कहा कि हमें मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम के आदर्शो का पालन करना चाहिए। प्रभु श्रीराम व उनके भाई भरत आदि का अनुसरण करते हुए अपनी इच्छाओं का त्याग करते हुए एक-दूसरे का सम्मान करना चाहिए, जिससे परिवार में झगड़ा न हो सके। रामलीला कमेटी के अध्यक्ष निशांत कांबोज ने संस्था की ओर से धन्यवाद देते हुए कहा कि कलाकारों को रामलीला में काम करने का प्रोत्साहन मिलता है। संस्था के प्रबंधक अरविद पाराशर, अंकित संगल, अध्यक्ष रेशू गोयल, रोहित गोयल, सुदेश शर्मा, विपिन मेहंदीयान, राजू भैया वाल्मीकि, प्रमोद कुमार, रमेश कंबोज, यशवंत सिंह कांबोज, सोनी गुर्जर एडवोकेट, गुलशन गुप्ता, कार्तिक गुप्ता, दीपक सैनी, गगन गोयल, गौरेश गुप्ता, पवन चौधरी व उमाशंकर शर्मा आदि उपस्थित रह।

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