जाटों ने अजित सिंह को हराया, मुसलमान भी छोड़ें रवायत : औवेसी
एआइएमआइएम के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि कौम की एकता के लिए सभी मुसलमानों को एक होकर सियासत की मशाल जलानी होगी। जब जाटों ने 2019 के लोकसभा चुनाव में अजित सिंह को हराकर भाजपा के उम्मीदवार को जिता दिया तो मुसलमानों को भी अपनी परंपरा छोड़नी चाहिए। मुजफ्फरनगर दंगों में मुसलमानों के साथ नाइंसाफी हुई।
जेएनएन, मुजफ्फरनगर। एआइएमआइएम के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि कौम की एकता के लिए सभी मुसलमानों को एक होकर सियासत की मशाल जलानी होगी। जब जाटों ने 2019 के लोकसभा चुनाव में अजित सिंह को हराकर भाजपा के उम्मीदवार को जिता दिया तो मुसलमानों को भी अपनी परंपरा छोड़नी चाहिए। मुजफ्फरनगर दंगों में मुसलमानों के साथ नाइंसाफी हुई।
बझेड़ी के पीठ बाजार में बुधवार को आल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन के तत्वावधान में हुए सम्मेलन में संगठन के चीफ असदुद्दीन ओवैसी पहुंचे। संगठन और समाज के लोगों ने शाल और फूलमाला पहनाकर उनका स्वागत किया। इस दौरान ओवैसी ने कहा कि वह मुजफ्फरनगर में कौम से गुजारिश करने आए हैं कि वे मजलिस संगठन के प्रत्याशी को जिताकर मुसलमानों को मजबूत बनाएं। कहा, सपा शासन काल में मुजफ्फरनगर दंगों में मुसलमानों के साथ नाइंसाफी हुई थी। तब सपा सरकार में 70 विधायक मुस्लिम थे। वे इस फसाद को नहीं रोक पाए, क्योंकि उन्हें पार्टियों ने कमजोर बना दिया था। ऐसे फसाद रोकना चाहते हो तो सियासत को अपनी ताकत बनाओ।
उन्होंने कहा, अब सपा, कांग्रेस, बसपा और रालोद की दरी बिछाने का नहीं, ताज पर बैठने का समय आ गया है। उन्होंने हाल में हुए भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैच में भारत की हार पर कहा कि इसका जिम्मेदार मोहम्मद शमी को ठहराया गया। त्रिपुरा की घटना रोकने के लिए उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से एक ट्वीट की गुजारिश की। वहीं योगी को बाबा कहते हुए मुजफ्फरनगर में विकास करने की मांग की। उन्होंने मेरठ, हाशिमपुरा, मलियाना, मुजफ्फरनगर कांड का जिक्र करते हुए समाज को अपने पक्ष में करने के लिए खूब तीर छोड़े। पाकिस्तान के मंत्री के बयान की निंदा की
क्रिकेट मैच में पाकिस्तान की जीत पर वहां के मंत्री शेख रशीद ने बयान दिया था कि यह क्रिकेट मैच की जीत नहीं, बल्कि इस्लाम की जीत है। इस जीत से हिदुस्तान समेत पूरी इस्लामी दुनिया के मुसलमान जश्न मना रहे हैं। इस बयान की ओवैसी ने कडे़ शब्दों में निंदा की। कहा कि क्रिकेट को इस्लाम से जोड़ना बचकानी हरकत है। कहा कि अच्छा हुआ कि बंटवारे के वक्त हमारे बुजुर्ग इन पागलों के देश में नहीं गए।