जानसठ में सर्वाधिक, सदर में सबसे कम मतदान

पंचायत चुनाव में जिले के 1238396 लोगों ने मताधिकार का प्रयोग किया है। सर्वाधिक मतदान जानसठ में 77 फीसद रहा है और सबसे कम सदर ब्लाक में मात्र 64 प्रतिशत रहा।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 20 Apr 2021 10:29 PM (IST) Updated:Tue, 20 Apr 2021 10:29 PM (IST)
जानसठ में सर्वाधिक, सदर में सबसे कम मतदान
जानसठ में सर्वाधिक, सदर में सबसे कम मतदान

जेएनएन, मुजफ्फरनगर। पंचायत चुनाव में जिले के 12,38,396 लोगों ने मताधिकार का प्रयोग किया है। सर्वाधिक मतदान जानसठ में 77 फीसद रहा है और सबसे कम सदर ब्लाक में मात्र 64 प्रतिशत रहा। प्रशासनिक अव्यवस्था के चलते आधी रात तक अधिकारी और कर्मचारी मत प्रतिशत का ठीक से आकलन नहीं कर पाए। वहीं, चुनाव के बाद प्रत्याशियों ने थकान दूर की।

त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में शहर के समीप के गांवों में काफी कम मतदान हुआ है। सदर ब्लाक में मात्र 64 प्रतिशत ही मतदान हुआ। जानसठ ब्लाक में सर्वाधिक 77 फीसद मतदान हुआ है। इसके बाद बुढ़ाना में 76 प्रतिशत मतदान हुआ। इसी क्रम में खतौली में 75, मोरना में 75, चरथावल में 73, पुरकाजी में 73, शाहपुर में 72, बघरा में 71 प्रतिशत मतदान हुआ है।

मतपेटियां सोमवार देर रात तक मतगणना स्थलों पर जमा की गई। अधिकतर ब्लाक में डाटा फीडिग में अव्यवस्था हुई। आधी रात तक अधिकारी और कर्मचारी मत प्रतिशत में उलझे रहे।

एडीएम प्रशासन अमित सिंह ने बताया कि पहले आकड़ा 73 फीसद मतदान का प्राप्त हुआ था, लेकिन गहनता से जांचने पर कुल मतदान 72.6 फीसदी आया है।

चौपाल पर हार-जीत को लेकर मंथन

चुनाव के बाद देर रात तक प्रत्याशी ठीक से सो नहीं सके। इंटरनेट पर मत-पत्र और मतपेटियों को लेकर तरह-तरह की खबर फैलती रहीं। इससे प्रत्याशी बेचैन रहे। मंगलवार को अधिकतर प्रत्याशियों ने आराम किया। वहीं, हार-जीत की चर्चा भी शुरू हो गई है। गांवों में फिर से चौपाल सजनी शुरू हो गई हैं। प्रत्याशी और समर्थक वोट के गणित में उलझे हैं।

चाय-पान की दुकानों पर चर्चा

चरथावल : मतदान के बाद प्रत्याशी स्वजन और समर्थकों के बीच बैठकर हार-जीत के गुणा-भाग में लगे हैं। चौपाल, नुक्कड़ व चाय-पान की दुकानों पर समर्थक अपने प्रत्याशियों को जिता रहे हैं।

जातियों के आधार पर तय हो रही जीत

पुरकाजी : दो दिन से रातों को जागकर वोटरों को पक्ष में करने के जुटे प्रत्याशियों ने मंगलवार को आराम के साथ वोटों का गुणा-भाग कर दिन गुजारा। जिन्हें जीत की चमक दिख रही है, उन्होंने घर-घर जाकर लोगों का हाथ जोड़कर आभार भी व्यक्त किया। समर्थक जातियों के आधार पर उम्मीदवार की जीत तय कर रहे हैं।

chat bot
आपका साथी