प्री-प्राइमरी स्कूलों में खिलौनों की मदद से पढ़ेंगे मासूम

पुरकाजी में शिक्षा विभाग की ओर से सोमवार को ईसीसीई कार्यशाला का आयोजन किया गया। छोटे बच्चों को खेल-खेल में पढ़ाने के तरीक़ों की जानकारी दी गई। तीन से छह वर्ष तक के बच्चों को स्कूल के लिए तैयार करने को कहा।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 29 Nov 2021 11:41 PM (IST) Updated:Mon, 29 Nov 2021 11:41 PM (IST)
प्री-प्राइमरी स्कूलों में खिलौनों की मदद से पढ़ेंगे मासूम
प्री-प्राइमरी स्कूलों में खिलौनों की मदद से पढ़ेंगे मासूम

जेएनएन, मुजफ्फरनगर। पुरकाजी में शिक्षा विभाग की ओर से सोमवार को ईसीसीई कार्यशाला का आयोजन किया गया। छोटे बच्चों को खेल-खेल में पढ़ाने के तरीक़ों की जानकारी दी गई। तीन से छह वर्ष तक के बच्चों को स्कूल के लिए तैयार करने को कहा।

लाला सुखलाल इंटर कालेज परिसर में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों, परिषदीय विद्यालयों में कक्षा एक को पढ़ाने वाले अध्यापकों तथा प्रधानाध्यापकों की एक दिवसीय स्कूल रेडिनस कार्यक्रम कार्यशाला का आयोजन किया गया। मास्टर ट्रेनर विनय भारद्वाज ने अध्यापकों और कार्यकत्रियों से कहा कि तीन से छह वर्ष तक की उम्र के बच्चों को स्कूल के लिए तैयार करने के लिए नई शिक्षा नीति के तहत कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों को खेल के माध्यम से खिलौने और अन्य शिक्षण अधिगम सामग्री की मदद से प्रशिक्षित किया जाएगा। अध्यापकों को बताया कि कैसे टीएलएम के जरिए बच्चों को पढ़ाया जाए। डाइट मेंटर विनीता कमल ने कहा के सभी स्कूलों में प्री-प्राइमरी स्कूल शुरू किए जाएंगे। सभी अध्यापक शिक्षा मित्र और आंगनबाड़ी कार्यकत्री केंद्रों पर छोटे बच्चों को स्कूल लाने के लिए तैयार करें। इस दौरान नीरज कौशिक, एआरपी रूप सिंह, राजीव कुमार, विशाल गौतम, मैराज ़खालिद, नरेंद्र कुमार, नितिन कुमार, विपिन कुमार, योगेश गुप्ता, सुमन, नीता, बबीता, रेनू, सुनीता, बचन सिंह व सुभाष आदि मौजूद रहे।

अभिभावकों को बताएं शिक्षा का महत्व

जेएनएन, मुजफ्फरनगर। खतौली में जीटी रोड स्थित कबूल कन्या इंटर कालेज में ईसीसीई क्रियान्वयन के लिए कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें प्राथमिक विद्यालयों के शिक्षकों के अलावा आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने प्रतिभाग किया। वक्ताओं ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2019 के तहत शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए शिक्षक व अभिभावक आपसी समन्वय बनाएं। अभिभावकों को जागरूक किया जाए और बच्चों को विद्यालय से जोड़ा जाए।

कार्यक्रम का शुभारंभ सीडीपीओ राहुल कुमार, जिला शिक्षक संघ के अध्यक्ष बालेंद्र कुमार ने मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलित कर किया। प्रशिक्षक रीना सिंह, कविता व उषा आदि ने शिक्षकों और आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को अनेक बिदु की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि विद्यालयों में साफ-सफाई के साथ पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा दिया जाए। इसके लिए बच्चों को भी जागरूक करें। बच्चों को प्रवेश कराने के साथ उसके अभिभावक से निरंतर संपर्क बनाए रखें। बच्चों के स्कूल नहीं आने पर उनसे संपर्क कर शिक्षा का महत्व बताएं। आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों से भी बच्चों, अभिभावकों को प्रेरित करने के लिए आह्वान किया। एआरपी पूनम रानी, डायट से आए मेंटर विकास कुमार ने प्रशिक्षण में अनेक बिदु पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम में कुलदीप जैन, केशव कुमार, ममता, कपिल पंवार, मनोज कुमार, उपेंद्र, कुसुम, विक्रांत व प्रशांत आदि मौजूद रहे।

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