नवरात्र और रमजान पर महंगाई की मार
वासंतिक नवरात्र चल रहे हैं। रमजान माह का भी आगाज हो चुका है। कोरोना संक्रमण भी प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। नवरात्र रमजान और कोरोना संक्रमण के इस काल में महंगाई भी दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है।
मुजफ्फरनगर, जागरण टीम। वासंतिक नवरात्र चल रहे हैं। रमजान माह का भी आगाज हो चुका है। कोरोना संक्रमण भी प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। नवरात्र, रमजान और कोरोना संक्रमण के इस काल में महंगाई भी दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। महंगाई की मार से आमजन जीवन प्रभावित हो रहा है। फलों के दाम एक सप्ताह में दोगुना तक बढ़ गए हैं।
खानपान की चीजों से लेकर दैनिक जरूरतों की वस्तुओं के दामों में भारी बढ़ोतरी हो हो रही हैं। फल व सब्जियों के दाम भी आसमान छू रहे हैं। केला जो पहले 40-50 रुपये प्रति दर्जन बिक रहा था, अब वह बढ़कर 80-100 रुपये प्रति दर्जन तक बिक रहा है। चीकू 40 रुपये प्रति किलोग्राम से बढ़कर 60 रुपये किलो, कीवी 400 रुपये किलो से बढ़कर 800 रुपये किलोग्राम पर पहुंच गया। 30 रुपये प्रति किलो बिकने वाला खरबूजा 70 रुपये किलो पर पहुंच गया है। फलों में बढ़ती महंगाई की वजह से ग्राहकों की संख्या घट गई है।
रेहड़ा लगाकर फल बेचने वाले नौशाद का कहना है कि रमजान व नवरात्र में उनकी आय बढ़नी चाहिए थी, लेकिन इसके उलट हो रहा है। फलों की महंगाई को देखते हुए ग्राहक मुंह मोड़ रहे हैं। त्योहारी सीजन में उनकी आय बढ़ने की बजाय घट गई है।
फल खरीद रहे श्यामलाल बेनीवाल का कहना है कि सरकार कहती थी कि बढ़ती महंगाई को कम करेंगे, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया। कोरोना की मार से आम आदमी पहले ही परेशान है। रोजगार बंद पड़े हैं। ऊपर से महंगाई ने कमर तोड़कर रख दी है। सरकार को चाहिए कि वह बढ़ती महंगाई पर अंकुश लगाने के लिए कुछ जरूरी कदम उठाए। फलों के फुटकर भाव पर एक नजर-
फल सात दिन पहले भाव अब के भाव
केला 40-50 100-120
अंगूर 50-60 120- 140
चीकू 40-45 60-70
कीवी 400-450 700- 800
संतरा 40-50 80-100
सेब 100-120 150-200
(नोट- फलों के दाम रुपये प्रति किलोग्राम हैं)