रालोद नेताओं के गांवों में सूखा नल, खिला कमल

वर्ष 2014 के जख्म भरे नहीं थे कि रालोद मुखिया को मुजफ्फरनगर ने कभी नहीं भूलने वाला दर्द दे दिया। पुश्तैनी बागपत सीट छोड़कर जाट-मुस्लिम दलित वोट पाने की उम्मीद में आए अजित सिंह की नैय्या रालोद पदाधिकारियों नेताओं के गांवों में डूबी हुई निकली। रालोद नेताओं के गांवों में Þनलसूखा रहा है जबकि यहां Þकमलखिला है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 26 May 2019 09:23 PM (IST) Updated:Sun, 26 May 2019 09:23 PM (IST)
रालोद नेताओं के गांवों में सूखा नल, खिला कमल
रालोद नेताओं के गांवों में सूखा नल, खिला कमल

मुजफ्फरनगर:

वर्ष 2014 के जख्म भरे नहीं थे कि रालोद मुखिया को मुजफ्फरनगर ने कभी नहीं भूलने वाला दर्द दे दिया। पुश्तैनी बागपत सीट छोड़कर जाट-मुस्लिम, दलित वोट पाने की उम्मीद में आए अजित सिंह की नैय्या रालोद पदाधिकारियों, नेताओं के गांवों में डूबी हुई निकली। रालोद नेताओं के गांवों में नल सूख रहा है, जबकि यहां कमल खिला है। जाट बाहुल्य गांवों में रालोद को केवल खाता खुलने लायक वोट मिले हैं।

सपा-बसपा और रालोद के गठबंधन पर चुनावी जंग में छोटे चौधरी कामयाब नहीं हो सके। गौर करने वाली बात यह है कि चौधरी अजित सिंह को उन गांवों में भी मात खानी पड़ी है, जहां रालोद नेता, पदाधिकारी या कार्यकर्ता रहते हैं। पूर्व मंत्री योगराज सिंह के गांव अहलावलपुर में रालोद का प्रदर्शन फीका रहा, यहां भाजपा के मुकाबले उन्हें कम वोट पड़े। पहले बूथ पर करीब 408 वोट में से 185 रालोद, तो 282 भाजपा के पक्ष में पड़े। दूसरे बूथ पर 91 वोट चौधरी अजित सिंह को मिले, वहीं 227 मतदाता भाजपा के पाले में गए। रालोद नेता जिला पंचायत सदस्य संजय राठी के गांव सोंटा में प्राथमिक विद्यालय में तीन बूथ बने थे। बूथ संख्या 123 में 834 में से 242 रालोद और 305 डॉ. संजीव बालियान को वोट पड़े हैं। बूथ संख्या 124 पर 626 में से 232 नल और 250 कमल के फूल पर पड़ी। बूथ 125 पर 587 में से 443 वोट रालोद के खाते में गईं तथा 90 वोट भाजपा को पड़े हैं। रालोद नेता पूर्व चेयरमैन गन्ना समिति कृष्णपाल सिंह राठी के गांव कूकड़ा में भी रालोद की गाड़ी का पहिया धीमा चला है। यहां करीब 22 पोलिग बूथ बनाए गए थे। बूथ-279 में 515 वोट में से 440 रालोद, भाजपा को 59 वोट मिले। बूथ-280 पर 515 में से 373 अजित सिंह, डॉ. संजीव बालियान को 131 मत मिले। बूथ-281 पर 622 में से 167 वोट रालोद तथा 436 वोट भाजपा के पक्ष में रहे हैं। बूथ 282 में 561 में से 119 अजित सिंह तो 436 फूल पर पड़े। बूथ-283 पर 565 में से भाजपा को 8 वोट मिले, जबकि रालोद को 535 मत प्राप्त हुए। बूथ 284 पर 642 वोटों में 564 रालोद तथा 62 भाजपा को डाले गए। बूथ-286 पर 854 में से 268 वोट रालोद, भाजपा को 571, बूथ-287 पर 525 में से 60 रालोद, 464 भाजपा, बूथ-289 पर 674 में से 280 रालोद, 380 भाजपा, बूथ-270 पर 422 मतों में से 153 रालोद, 264 भाजपा, बूथ-291 पर 666 वोटों में से 123 रालोद, 534 भाजपा को पड़े हैं। बूथ-292 पर 811 में 330 रालोद, 470 भाजपा, बूथ-293 पर 875 में से 120, 740 भाजपा, बूथ-294 पर 685 में से भाजपा को 616, रालोद के खाते में 60, बूथ-295 पर 461 में से 60 रालोद और 398 भाजपा को वोट पड़े हैं। बूथ-296 में 535 में से 55 वोट रालोद और 406 भाजपा, बूथ-297 पर 464 में से 54 अजित सिंह तथा 406 भाजपा के पाले में पड़े हैं। बूथ-298 पर 480 में से 37 रालोद, 434 भाजपा, बूथ-299 में से 67 रालोद तथा 384 भाजपा और बूथ-300 पर 593 में से वोट में से 62 रालोद तथा 523 वोट भाजपा के डॉ.संजीव बालियान को पड़े हैं। इतना ही नहीं रालोद जिलाध्यक्ष अजित राठी के गांव मनफोड़ा में बिजनौर के गठबंधन प्रत्याशी मलूक नागर को कमतर ही वोट पड़े हैं। गांव में दो बूथ थे। जिनमें बूथ-363 पर 534 वोटों में से 111 मलूक नागर और 415 वोट भाजपा के भारतेंदु सिंह तथा बूथ-364 पर 496 वोट में से गठबंधन को 232 तथा भाजपा को 260 वोट पड़े हैं।

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