जौली गंगनहर पर हुआ था नरसंहार

दोनों संप्रदाय के सात लोग मारे गए थे, एक हुआ था लापता।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 09 Feb 2019 12:21 AM (IST) Updated:Sat, 09 Feb 2019 12:21 AM (IST)
जौली गंगनहर पर हुआ था नरसंहार
जौली गंगनहर पर हुआ था नरसंहार

भोपा (मुजफ्फरनगर) : कवाल कांड के बाद जौली गंगनहर की पटरी पर भीषण नरसंहार हुआ था। हमलावरों ने कई दर्जनों ट्रैक्टर-ट्रालियों और बाइकों में आग लगाकर गंगनहर में फेंक दी थी। नरसंहार में जहां दोनों संप्रदाय के सात लोग मारे गए थे वही, एक व्यक्ति लापता हो गया था।

कवाल कांड के बाद सात सितंबर, 2013 को नंगला मंदौड़ महापंचायत से ट्रैक्टर-ट्राली में लौटते समय भोपा थाना क्षेत्र की जौली गंगनहर की पटरी पर हुए सांप्रदायिक दंगे में रहमतपुर गांव के अजयवीर, कस्बा भोकरहेड़ी के चौधरी सोहनवीर, छपार थाना क्षेत्र के बसेड़ा गांव के चौधरी ब्रजपाल राणा, ककरौली थाना क्षेत्र के खेड़ी फिरोजाबाद गांव के मोहम्मद नजर व मोहम्मद लताफत, गांव तेवड़ा के सलमान और शामली जिले के लाक गांव निवासी नाजिम सैफी समेत सात लोग मारे गए थे, जबकि निरगाजनी गांव में बाग की रखवाली कर रहे किशनपुर गांव निवासी नौकर निसार अहमद लापता हो गए थे। हमलावरों ने कई दर्जनों ट्रैक्टर-ट्रालियों व बाइकों में आग लगाकर गंगनहर में फेंक दिया था। घटना से लोगों के रोंगटे खड़े हो गए थे। प्रशासन ने पुलिस व पीएसी बल लगाया था। इतना ही नहीं सेना की टुकड़ी ने भी क्षेत्र के कई गांवों में मार्च किया था।

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